ऑन ड्यूटी महिला कॉन्स्टेबल ने कंट्रोल रूम में खुद से ले ली अपनी जान, पति के निलंबन और क्वार्टर खाली करने का था दबाव

ऑन ड्यूटी महिला कॉन्स्टेबल ने कंट्रोल रूम में खुद से ले ली अपनी जान, पति के निलंबन और क्वार्टर खाली करने का था दबाव

SAMSTIPUR : समस्तीपुर पुलिस की डायल 112 की महिला कॉन्स्टेबल ने कंट्रोल रूम में ही खुद से खुद की जान ले ली। 28 साल की अर्चना का शव कंट्रोल रूम में ही फंदे से लटका मिला है। जिस वक्त उसने खुद के अपनी जीवन लीला को खत्म कर डाला उस दौरान कंट्रोल रूम में कोई नहीं था। मौके से पुलिस को दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें अर्चना ने अपने पति जो समस्तीपुर जिला पुलिस में सिपाही है उसके निलंबन पर सवाल उठाए हैं। साथ ही विभाग की ओर से सरकारी क्वार्टर खाली करने को लेकर बनाए जा रहे दबाव का जिक्र किया गया है। 


मिली जानकारी के मुताबिक, अर्चना के पति सुमन (34 वर्ष) समस्तीपुर जिला पुलिस में सिपाही के पद पर है। पिछले दो महीनों से वह काम में लापरवाही के कारण निलंबित हैं। इस बीच सुमन पर सरकारी क्वार्टर खाली करने को लेकर भी दबाव बनाया जा रहा था। इन दोनों बातों को लेकर अर्चना डिप्रेशन में थी। दोनों को जो क्वार्टर आवंटित किया गया था उसमें पूर्व से दूसरे सिपाही का ताला लगा था। सुमन क्वार्टर के गेट पर लगे ताले को तोड़कर घर में घुस गया था। इसी बात को लेकर उसे निलंबित कर दिया गया। साथ ही उसे क्वार्टर खाली करने के लिए भी कहा गया था। 


बताया जा रहा है कि, जिला हॉक्स टीम का सदस्य रहे सिपाही सुमन कुमार को दो महीना पूर्व कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी ने निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की थी। सुमन अपनी पत्नी अर्चना व तीन बच्चों के साथ निजी क्वार्टर में रहता था। करीब 3 महीना पूर्व मुख्यालय डीएसपी द्वारा क्वार्टर आल्लोट किया गया था। लेकिन उस क्वार्टर में ताला लगा था। सुमन ने बताया कि डेरा खाली था छोटा ताला लगा था। इसके बाद वह उसे खोल कर रहने लगा। इसी बात को लेकर सार्जेंट की रिपोर्ट पर उसे निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन के बाद पुलिस लाइन द्वारा क्वार्टर खाली करने का आदेश जारी किया गया था। जिसके बाद सुमन ने क्वार्टर खाली भी कर दिया था। इस दौरान दूसरे क्वार्टर में वह रह रहा था। 


वहीं, दूसरे जगह क्वार्टर में रहने से बच्चों के साथ काफी दिक्कत हो रही थी।इस बीच सुमन अपने निलंबन वापस को लेकर लगातार वरीय अधिकारी से मिल रहा था। लेकिन उसकी नहीं सुनी जा रही थी। सुमन ने बताया कि बुधवार को उनकी पत्नी अर्चना मुख्यालय डीएसपी से मिलने गई थी। लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। जिससे वह काफी डिप्रेशन में चली गई थी। सिपाही ने साजेंट पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सुमन का कहना है कि विभागीय प्रताड़ना के कारण अचर्ना डिप्रेशन में थी। जिससे उसने जान दे दी।


इसके साथ ही,पुलिस ने जो दो पन्ने का सुसाइड नोट मौके वारदाता से बरामद किया है। उसमें अर्चना अपने तीनों बच्चों के साथ ही मां और पिता जी से माफी मांगती है। इतना बड़ा कदम उठाने की बात कर रही है। दो पन्ने के सुसाइड नोट में पति के निलंबन से लेकर अधिकारियों के यहां लगाए जा रहे चक्कर और अधिकारी की डांट की चर्चा है। पत्र में बुधवार को मुख्यालय डीएसपी के यहां जाने की भी चर्चा है। पत्र के अनुसार साजेंट द्वारा गलत रिपोर्ट कर पति को निलंबित कराने की बात कही गई है।


उधर, सदर डीएसपी संजय कुमार पांडे ने बताया कि- महिला सिपाही के द्वारा खुदकुशी किए जाने की जानकारी है। मामले की जांच की जा रही है। मृत महिला सिपाही के पति की माने तो सरकारी आवास अलॉट करने को लेकर वरीय अधिकारी से उनका विवाद हो गया था,इसी में उसे सस्पेंड कर दिया गया था।जब से पति को सस्पेंड किया गया था अर्चना काफी टेंशन में चल रही थी। विभागीय स्तर पर पर भी दोनो पति पत्नी को प्रताड़ित किए जाने का आरोप पति ने लगाया है।यह भी जानकारी मिली है कि मृतका ने सुसाइड करने से पहले सुसाइड नोट मोबाइल से अपने परिजनों को भी भेजा था।हालांकि इस बात की पुष्टि नही हुई है।इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है।