तमिलनाडु से बिहार आ रहा दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, महाबलीपुरम में 10 साल से हो रहा था निर्माण, इतने रूपये लगे बनाने में Bihar News: बिहार में अब ऐसे शिक्षकों का काटा जाएगा वेतन, इस जिले से शिक्षा विभाग का एक्शन शुरू बेतिया में ITBP जवान ने खुद को गोली मारी, मौके पर ही मौत, घटना का कारण पता लगाने में जुटी पुलिस रोहतास में 9 फीट का मिला अजगर, देखने के लिए उमड़ी भारी भीड़, स्नेक कैचर ने किया रेस्क्यू Bihar News: बिहार के इस जिले में SSP का ताबड़तोड़ एक्शन, 24 घंटे में 40 अपराधी गिरफ्तार Bihar Assembly Election 2025 : बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को सम्मानित करेगी BJP, जानिए क्या है पार्टी का पूरा प्लान BSSC CGL-4 : BSSC CGL-4 और ऑफिस अटेंडेंट भर्ती 2025 में वैकेंसी बढ़ी, अब आवेदन की अंतिम तिथि 24 नवंबर Lalganj Sarai accident : लालगंज–सराय मार्ग पर बाइक टक्कर, एक युवक की मौत, दो गंभीर रूप से घायल Domestic Gas Cost : अब सिलेंडर भराने की टेंशन खत्म, दिसंबर से घर-घर पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) सप्लाई शुरू Bihar News: VVCP छात्रवृत्ति परीक्षा में इतने छात्रों की भागीदारी, करियर काउंसलिंग कार्यक्रम हुआ सफल
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Tue, 06 Jun 2023 03:35:45 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: पूर्णिया के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की जान चली गयी। समर्पण हॉस्पिटल की डॉक्टर सीमा कुमारी अस्पताल में नहीं थी वो पूर्णिया से बाहर गयी हुई थी। अस्पताल में डॉक्टर नहीं रहने के बावजूद वहां के कर्मियों ने एक प्रसूता को ऑपरेशन के लिए एडमिट कर लिया। भाड़े पर नर्स को बुलाया गया जिसके बाद वीडियो कॉलिंग के माध्यम से प्रसूता का ऑपरेशन किया गया। इस दौरान गलती से नस कट गया और महिला मरीज की मौत हो गयी।
पूर्णिया में एक बार फिर धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में खुद डॉक्टर सीमा नहीं थी वो आउट ऑफ स्टेशन थी। लेकिन यह सब जानते हुए मरीज को भर्ती लिया गया। फिर बाहर से नर्स को बुलाकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लेडिज डॉक्टर ने ऑपरेशन से डिलीवरी करवाया। लेकिन तभी बड़ी चूक हो गयी और ऑपरेशन के दौरान महिला का नस कट गया जिसके बाद उसकी मौत हो गयी।
घटना पूर्णिया के स्वास्थ नगरी कहे जाने वाले लाइन बाजार का है। जहां समर्पण अस्पताल की डॉक्टर सीमा कुमारी पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है। जिसकी वजह से प्रसूता की जान चली गई। महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। हंगामें को देखते हुए पलक झपकते ही अस्पताल के सारे स्टाफ मौके से फरार हो गये।
समर्पण हॉस्पिटल के अंदर और बाहर रात भर हंगामा होता रहा। सुबह होते ही परिजनों ने लाईन बाजार रोड को जाम कर दिया और जमकर हंगामा मचाया। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने की पूरी कोशिश की लेकिन लोग दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। मृतका की पहचान 22 वर्षीय मालती देवी के रूप में हुई है। जिसकी शादी 2 वर्ष पूर्व ही हुई थी। घटना के संबंध में मृतका के परिजनों ने बताया कि महिला का डिलीवरी होना था। दर्द उठने के बाद देर शाम उसे लाइन बाजार स्थित समर्पण मेटरनिटी एवं शिशु रोग अस्पताल में लाया गया। के. नगर के पासवान टोला की महिला दलाल पूनम देवी जो खुद को आशा कार्यकर्ता बता रही थी। वही मरीज को इस अस्पताल तक लेकर आई थी।
डिलीवरी की डेट एक सप्ताह बाद तय थी लेकिन इससे पहले ही सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे प्रसूता को प्रसव कक्ष में ले जाया गया। जहां वीडियो कॉलिंग के माध्यम से रात के 10 बजे महिला का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के लिए भाड़े पर नर्स को बुलाया गया था। जो डॉक्टर सीमा से वीडियो कॉलिंग कर प्रसव करा रही थी। इसी दौरान नस कट जाने से महिला ने दम तोड़ दिया। जब ऑपरेशन थियेटर से अस्पताल कर्मी निकले तो बताया कि नस कट जाने से मरीज की मौत हो गयी है।
परिजन जब ऑपरेशन थियेटर में गये तो देखा कि महिला बेड पर मृत पड़ी हुई थी। मौत से पहले महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। घटना की सूचना मिलते ही जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्पू यादव समर्पण अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मिले। पप्पू यादव ने समर्पण अस्पताल से सिविल सर्जन को फोन लगाया और दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करने की बात कही। पप्पू यादव ने सहायक खजांची थानेदार को केस दर्ज करने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को कहा