नियोजित शिक्षकों ने दिया सरकार को झटका, कॉपी चेक करने के लिए बढ़ाना पड़ा समय

नियोजित शिक्षकों ने दिया सरकार को झटका, कॉपी चेक करने के लिए बढ़ाना पड़ा समय

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पटना से जहां नियोजित शिक्षकों के हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. सरकार की लकह कोशिशों के बावजूद भी हड़ताली शिक्षक ड्यूटी पर लौटने को तैयार नहीं हैं. टीचरों के हड़ताल के कारण इंटरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन में देरी हो रही है. इसी बिच सरकार ने मूल्यांकन का समय बढ़ाने का निर्णय लिया है.


शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक समय सीमा को 2 दिन बढ़ा दिया गया है. समय सीमा में बढ़ोतरी के कारण ही 7 मार्च के बजाये अब 9 मार्च तक मूल्यांकन कार्य होगा. इसको लेकर शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिलों के डीएम, डीईओ और शिक्षा उप निदेशक को लेटर लिखा है. 


बिहार में 3:30 लाख से ज्यादा नियोजित शिक्षकों की हड़ताल को लेकर सरकार बड़ी मुसीबतों का सामना कर रही है. नियोजित शिक्षक समान काम समान वेतन के मुद्दे पर हड़ताल से हटने को तैयार नहीं है, तो वहीं सरकार ने भी साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर वह नियोजित शिक्षकों को वेतनमान नहीं दे सकती है.   


हड़ताली नियोजित शिक्षकों के सामने सरकार ने अपनी अपील रखी है. शिक्षा मंत्री किस नंदन वर्मा ने कहा है कि हड़ताली शिक्षकों को अब काम पर वापस लौट जाना चाहिए. मंत्री ने कहा है कि हम भले ही नियोजित शिक्षकों को वेतनमान नहीं दे पाए, लेकिन उनके मानदेय में इजाफा हुआ है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि जिन नियोजित शिक्षकों को पहले 15 सौ रुपए मिलते थे आज उन्हें 29 हजार रुपए मिल रहे हैं.