नीतीश ने तेजस्वी पर बोला हमला, मुझे सेवा पर भरोसा..लेकिन कुछ लोगों को मेवा से मतलब

नीतीश ने तेजस्वी पर बोला हमला,  मुझे सेवा पर भरोसा..लेकिन कुछ लोगों को मेवा से मतलब

PATNA: सीएम नीतीश कुमार ने निश्च्य संवाद को संबोधित करते हैं एक बार फिर विपक्ष पर हमला बोला है. नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे बिहार के लोगों की सेवा करने पर भरोसा हैं, लेकिन कुछ लोगों को सिर्फ मेवा से मतलब रहता है. उनको बिहार की जनता से कोई लेना देना नहीं है. 

अल्पसंख्यकों के लिए क्या किया

नीतीश कुमार ने कहा कि लोग अल्पसंख्यकों के नाम पर वोट लेते हैं. लेकिन उनके लिए क्या है? भागलपुर में जो दंगा हुआ उसके लिए क्या किया? हमने सरकार में आते ही जांच कराई, पीड़ितों को 2500 रुपए प्रतिमाह देने का प्रावधान किया. लेकिन वोट सभी लोग लेते हैं. लेकिन वह बताए की इस समाज के लिए उन्होंने क्या किया है. मुझे तो सभी लोगों के लिए काम करते हैं. मुझे सेवा पर ही भरोसा है, लेकिन कुछ लोगों को मेवा से सिर्फ मतलब है. 

बिहार का हाल हो गया था बुरा

हमने कहा था कानून का राज स्थापित करेंगे, न्याय के साथ विकास करेंगे, हर तबके का विकास करेंगे और किया है. हम लोगों ने काम किया है हमसे पहले पति-पत्नी को राज मिला. उन्होंने क्या किया? कानून की क्या स्थिति थी? लोग सही कहते हैं कि नई पीढ़ी को बताना चाहिए बिहार में जंगलराज के बारे में. लोग विकास की बात करते हैं लेकिन उनको पता ही नहीं है कि बिहार का कितना विकास हुआ है. पूरे राज्य की वृद्धि हुई है कोई यहां उद्योग नहीं लगाना चाहता, क्योंकि यहां समुद्र नहीं है इसलिए हम स्थानीय स्तर पर उद्योग लगाने के लिए काम कर रहे हैं. आज जीडीपी 2006-07 के 88 हज़ार करोड़ से 4 लाख 14 हजार 977 करोड़ हो गया है. प्रति व्यक्ति आय 34 हज़ार 483 रुपये हो गई है. 


नीतीश कुमार ने कहा कि बच्चों-बच्चियों की पढ़ाई के लिए काम किया. पहले पूरे बिहार में 1 लाख 70 हजार से भी कम लड़कियां स्कूल जाती थी. अब 9 लाख से भी ज्यादा हो गई. बिहार में प्रजनन दर को हम लोगों ने कंट्रोल किया है. लोगों को शिक्षित करने से ऐसा हुआ है. हमने लड़कियों की शिक्षा के लिए काम किया, इस बार मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा थी. जो बच्चे स्कूल से वंचित थे उनको स्कूल पहुंचाने का काम किया. लड़कियों के लिए आरक्षण दिया. इसका प्रभाव दिखा लड़कियां पढने लगीं, आगे बढ़ने लगीं और उनकी हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ी है. इसको आगे भी हर क्षेत्र में लागू करेंगे.