नीतीश ने सुशील मोदी को दिया जवाब, बोले.. एडजस्टमेंट चाह रहे, स्पीकर जो चाहे करें

नीतीश ने सुशील मोदी को दिया जवाब, बोले.. एडजस्टमेंट चाह रहे, स्पीकर जो चाहे करें

PATNA : नई सरकार के शपथ के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव आज पहली बार साथ साथ नजर आए हैं। शहीद दिवस के मौके पर तेजस्वी और नीतीश कुमार विधानसभा के सामने शहीद स्मारक पहुंचे और यहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जब कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम बाहर निकले तो मीडिया ने बीजेपी के आरोपों पर सवाल कर डाला। नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की तरफ से किए गए खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुशील मोदी बीजेपी में एडजस्टमेंट के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी की तरफ से नीतीश कुमार के द्वारा उपराष्ट्रपति का पद मांगे जाने की बात खारिज की।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशील मोदी ने उपराष्ट्रपति पद को लेकर जो भी बात कही थी वह सरासर गलत बात थी। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में जेडीयू ने उनको पूरा समर्थन दिया। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव खत्म होने के बाद हमलोगों ने पार्टी की बैठक की। सुशील मोदी को तो केंद्र में कोई जगह मिली नहीं लेकिन अगर मेरे खिलाफ बोलने से उन्हें केंद्र की सरकार में जगह मिल जाए तो अच्छा है। नीतीश ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद सीएम नहीं बनना चाहते थे लेकिन बनना पड़ा। गठबंधन में रहते हुए जिस तरह का काम बीजेपी के लोग कर रहे थे, वह ठीक नहीं था।


बता दें कि सुशील मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार देश के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार खुद तो कुछ नहीं कहते थे लेकिन अपने करीबी लोगों के जरिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक इस बात को पहुचाते थे। उन्होंने कहा था कि इसको लेकर जेडीयू के बड़े नेताओं ने बीजेपी के मंत्रियों से कई बार बात की थी लेकिन जब बीजेपी के पास खुद बहुमत था तो किसी और को कैसे उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता था।