PATNA : कोरोना के दौर में बिहार से गायब रहने का आऱोप झेल रहे तेजस्वी यादव नये सिरे से नीतीश कुमार औऱ बिहार सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने में जुट गये हैं. रविवार को वे महागठबंधन की तमाम पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. खास बात ये कि इस बैठक में ओबैसी की पार्टी AIMIM के नेता भी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में ये तय किया जायेगा कि कोरोना में फेल हुई सरकार को कैसे घेरा जाये.
तेजस्वी की वर्चुअल मीटिंग
तेजस्वी यादव रविवार को आऱजेडी के साथ साथ कांग्रेस, माले, सीपीआई, सीपीएम जैसी महागठबंधन की साझीदार दलों के नेताओं के बात करेंगे. खास बात ये है कि इस बैठक में ओबैसी की पार्टी AIMIM के नेता भी मौजूद रहेंगे. बैठक में कोरोना को लेकर सरकार की विफलता पर चर्चा की जायेगी. विपक्षी नेता बिहार में कोरोना के हालात पर चर्चा करेंगे फिर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करेंगे.
विधायक फंड पर होगी खास चर्चा
दरअसल नीतीश सरकार ने बिहार के तमाम विधायकों औऱ विधान पार्षदों के विधायक फंड में दो-दो करोड रूपये लेना का फैसला लिया है. सरकार कह रही है कि इस पैसे को कोरोना से निपटने में खर्च किया जायेगा. लेकिन तेजस्वी यादव पहले ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ये आशंका जता चुके हैं कि विधायक फंड की राशि का बड़ा लूट खसोट हो सकता है. तेजस्वी का आरोप है कि बिहार का स्वास्थ्य विभाग सिर्फ लूट का अड्डा बन कर रह गया है. पिछल साल भी सरकार ने विधायक फंड से कोरोना राहत के नाम पर पैसे लिये थे लेकिन उनका बंदरबांट हो गया. तेजस्वी अपने विधायकों को कह चुके हैं कि वे निगरानी रखें कि विधायक फंड का पैसा कैसे खर्च किया जा रहा है. तेजस्वी समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों की मांग है कि विधायक फंड से लिया जा रहा पैसा उसी विधायक के क्षेत्र में कोरोना से निपटने में खर्च किया जाये.
तेजस्वी इस बैठक में बिहार में कोरोना के इलाज में हो रही लापरवाही, जांच में हेराफेरी जैसे मसलों पर भी विपक्षी पार्टियों से चर्चा करेंगे. बिहार में वैक्सीनेशन की बदहाल स्थिति पर भी बात होगी औऱ तब सरकार को घेरने की रणनीति तैयार होगी.