PATNA : 5 साल बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदल महागठबंधन के साथ चले गए। नीतीश कुमार ने एनडीए को अलविदा कह दिया लेकिन बीजेपी नीतीश कुमार के इस गच्चे के लिए तैयार नहीं थी। बीजेपी नेताओं को लग रहा था कि नीतीश किसी हाल में उनका साथ नहीं छोड़ेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब सत्ता जाने के बाद बिहार बीजेपी के नेताओं की नींद उड़ी हुई है। नीतीश के फैसले ने बीजेपी नेताओं को रात भर सोने नहीं दिया और आज प्रदेश कार्यालय पर बीजेपी की तरफ से नीतीश के पाला बदल को लेकर धरना का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश कार्यालय पर धरने में बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे। 5 साल पहले बीजेपी ने जो खेल महागठबंधन के साथ खेला था, आज वही खेल महागठबंधन ने बीजेपी के साथ खेल दिया। इस सबके सूत्रधार कोई और नहीं बल्कि नीतीश कुमार रहे।
नीतीश के पाला बदल से नाराज बीजेपी मैं आज प्रदेश कार्यालय के बाहर धरना का आयोजन किया है जबकि कल यानी 11 अगस्त को सभी जिला और प्रखंड मुख्यालयों पर बीजेपी का धरना प्रदर्शन होगा। बीजेपी के नेताओं ने नीतीश कुमार के फैसले के बाद में मंगलवार को उनके ऊपर निशाना साधा था। प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार को धोखेबाज बताया था। उन्होंने कहा था कि 2024 में हम बिहार की 35 सीटों पर जीत हासिल करेंगे बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व डिप्टी ने अपने बयान में कहा था कि जनता दल यूनाइटेड को तोड़ने से भारतीय जनता पार्टी को कोई फायदा होने वाला था। नीतीश की तरफ से बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा है कि जब जेडीयू और बीजेपी गठबंधन में सरकार चला रहे थे तो ऐसे किसी साजिश की क्या जरूरत थी।
साल 2013 में जब नीतीश कुमार ने बीजेपी को सरकार से बाहर किया था तो उसके बाद भी बीजेपी ने प्रतिरोध दिवस मनाया था। तब बीजेपी ने पटना समेत बिहार के सभी जिलों में प्रदर्शन किया था इस दौरान पटना में बीजेपी और जेडीयू के नेता आपस में भिड़ भी गए थे। अब एक बार फिर से बीजेपी और जेडीयू के बीच तल्खी बढ़ी है। बीजेपी एक तरफ जहां नीतीश कुमार को धोखेबाज बता रही है तो वहीं जेडीयू के नेता बीजेपी को साजिश वाली पार्टी कह कर पुकार रही है। दोनों तरफ से बयानबाजी जारी है।