सुशील मोदी ने फिर गढ़े नीतीश की शान में कसीदे, BJP के नेताओं के आरोपों को खारिज कर नीतीश को दिया सर्टिफिकेट

सुशील मोदी ने फिर गढ़े नीतीश की शान में कसीदे, BJP के नेताओं के आरोपों को खारिज कर नीतीश को दिया सर्टिफिकेट

PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने पटना में हुए जल प्रलय के बाद निशाने पर आये नीतीश कुमार को बेहतर काम का सर्टिफिकेट दे दिया है. ट्वीटर पर आज सुशील मोदी ने लिखा कि नीतीश कुमार ने बिहार में आयी आपदा को जनता की सेवा के मौके में बदल दिया. यानि मोदी की खुद की पार्टी के नेता सरकार पर जो आरोप लगा रहे थे उसे डिप्टी सीएम ने एक  झटके में खारिज कर दिया. 

बधाई देने के बहाने बोले सुशील मोदी
ट्वीटर पर आज सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई देने के बहाने उनकी तारीफों के पुल बांधे. दरअसल नीतीश कुमार आज फिर से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गये हैं. दिल्ली से लेकर पटना तक बीजेपी के किसी बड़े नेता ने नीतीश को इसकी मुबारकवाद नहीं दी. लेकिन सुशील मोदी बोले और बधाई देने के बहाने नीतीश कुमार की तारीफों के पुल बांध गये.

देखिये क्या लिखा है सुशील मोदी ने -
"एनडीए के सहयोगी दल जनता दल- यू का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हार्दिक शुभकामनाएँ.  उन्होंने बिहार में न्याय के साथ विकास की राजनीति को नई ऊंचाई दी और आपदा की चुनौतियों को भी जनता की सेवा के अवसर में बदलने का हुनर साबित किया.  नीतीश जी के दोबारा पार्टी के शीर्ष पद पर चुने जाने से NDA मजबूत होगा." 


अपने ही पार्टी के नेताओं को सुशील मोदी का जवाब
दरअसल पटना में आयी तबाही के बाद भाजपा  के नेताओं ने ही नीतीश पर सवाल उठाये थे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी खुलेआम कहा था कि लापरवाही के कारण लोगों को परेशानी हुई. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से लेकर दूसरे नेताओं ने भी सरकार पर ताबड़तोड़ हमला बोला. लेकिन सुशील मोदी ने ऐसे तमाम आरोपों को खारिज कर नीतीश को विकास पुरूष का सर्टिफिकेट दे दिया. 


भाजपा की कितनी फजीहत करायेंगे छोटे मोदी
कुछ साल पहले सुशील मोदी ने ही नीतीश कुमार को पीएम मटेरियल बताया था. आज तक जदयू के नेता सुशील मोदी के उस बयान का जिक्र कर भाजपा को नीचा दिखाते हैं. पटना में आयी आपदा के लिए जब जदयू और भाजपा दोनों लोगों के निशाने पर है तब सुशील मोदी ने नीतीश को सर्टिफिकेट देकर सारा दोष अपनी पार्टी के माथे ले लिया है. वैसे बड़ा सवाल ये भी है कि क्या सुशील मोदी पार्टी नेतृत्व की सहमति से बयान दे रहे हैं? इसके आसार कम लग रहे हैं. क्योंकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय स्तर के किसी नेता ने नीतीश कुमार को औपचारिक बधाई तक नहीं दिया है.