निशिकांत दुबे और महुआ विवाद में बोले गिरिराज सिंह ... ममता बनर्जी की राजनीतिक संतान है महुआ मोइत्रा

निशिकांत दुबे और महुआ विवाद में बोले गिरिराज सिंह ... ममता बनर्जी की राजनीतिक संतान है महुआ मोइत्रा

PATNA : महुआ मोइत्रा के बारे में मैं बोलना नहीं चाहता हूं, वो ममता बनर्जी की ऐसी संतान है मने पॉलिटिकल संतान है जो जिसके जुबान पर आदर्श नाम का चीज़ है की नहीं वो बदजुबान है। निशिकांत दुबे एक ऐसा इंसान है जो जब भी बोलता है सदन के अंदर में तथ्यों के साथ बोलता है। अब इनकी पकड़ी जा रही चोरी तो कर रही है सीनाजोड़ी। अब गाली दे रही है। लेकिन, निशिकांत दुबे को गाली देने से वो छोटा नहीं होगा। यह बातें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कही है। 


दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे नेतृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि एक्सटॉर्शन के जरिए एलवी और गुची को जमा करने वाला एक व्यक्ति बन गया है। इसके आलावा मोइत्रा कैश फॉर क्वेरी विवाद में घिरीं है। हालांकि,इसको लेकर उन्होंने यह कहा है कि - उन्होंने बिजनेसमैन से सिर्फ एक स्कार्फ, लिपस्टिक और आईशैडो लिया था, वो भी एक फ्रेंड के तौर पर। साथ ही यह भी बताया कि एक बार बंगले के रिनोवेशन के लिए हीरानंदानी से मदद मांगी थी।


वहीं, महुआ ने 27 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी को एक लेटर लिखा, जिसमें उन्होंने 31 अक्टूबर को पेश न होने की बात कही। हालांकि, इस लेटर में महुआ से एक गलती हो गई। उन्होंने पत्र में निशिकांत का जिक्र करते हुए उनका नाम गलती से दुबे से दुबई लिख दिया। इसको लेकर भाजपा सांसद निशिकांत ने सोशल मीडिया पर महुआ पर तंज कसा।


जिसके बाद निशिकांत ने लिखा- आरोपी सांसद के ऊपर दुबई का इतना नशा है कि मेरा भी नाम एथिक्स कमेटी के चेयरमैन को लिखे पत्र में दुबई कर दिया है। मोहतरमा ने मेरा दुबे नाम बदलकर अपनी मानसिक स्थिति का वर्णन कर दिया है। हाय रे क़िस्मत?  गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा है।


आपको बताते चलें कि, कमेटी ये जांच करेगी कि महुआ देश के बाहर कहां-कहां गईं और उन्होंने इसके बारे में लोकसभा में जानकारी दी या नहीं। इसके बाद इनसे उनके सांसद ID पर लॉगइन का मिलान किया जाएगा। मोइत्रा से जुड़े विवाद में IT मंत्रालय से पहले ही जानकारी मांगी जा चुकी है। कमेटी ने महुआ को 31 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था।