KATIHAR: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी 100 दिवसीय निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में गुरुवार को बिहार के कटिहार पहुंचे। गुरुवार को उनकी यात्रा की शुरुआत कटिहार ओवर ब्रिज के पास से शुरू हुई। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि आज भी अन्य लोग जब ठंड के दिनों में रजाई के नीचे सोए रहते हैं तो निषाद का बच्चा नदी के ठंडे पानी में मछली मारने उतरता है। उन्होंने कहा कि अगर निषादों को आरक्षण मिल जाता तो उनके बच्चे भी डाक्टर और इंजीनियर बनते।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज सरकार मंदिर बनाने का काम कर रही है जबकि मंदिर बनाना समाज का काम है। सरकार का काम अस्पताल, स्कूल बनाना है। उन्होंने लोगों में जोश भरते हुए कहा कि निषादों के वोट की इतनी ताकत है कि वह अगर पीएम, सीएम बना सकता है तो उसे हटा भी सकता है। हमें कुछ नहीं बस निषादों के लिए आरक्षण चाहिए, जिससे निषादों के बच्चों के चेहरे पर खुशी आ सके। उन्होंने कहा कि जो हमारी सुनेगा उसकी हम भी सुनेंगे और जो नहीं सुनेगा उसकी हम भी नहीं सुनेंगे।
उन्होंने कहा कि जब दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार, यूपी और झारखंड में क्यों नहीं मिल सकता। अगर यह मांग नाजायज है तो सरकार बता दे। इस दौरान मुकेश सहनी ने लोगों के हाथ में गंगाजल देकर वीआईपी को साथ देने और निषादों को आरक्षण दिलाने के लिए संकल्प करवाया।इसके बाद यह यात्रा बसतौल चौक समरामपुर होते हुए दुर्गा स्थान राजेंद्र ग्राम पहुंची। यहां 'सन ऑफ मल्लाह' के रूप चर्चित सहनी ने कहा कि आज हमारे पास वोट की ताकत है। अभी ही समय है जब हम अपने अधिकार के लिए संघर्ष करें।