28 करोड़ के फर्जीवाड़े में पटना पुलिस ने 2 लोगों को पकड़ा, नकली चेक के जरिए अकाउंट से निकाली गई मोटी रकम, कई बैंककर्मी भी शामिल

28 करोड़ के फर्जीवाड़े में पटना पुलिस ने 2 लोगों को पकड़ा, नकली चेक के जरिए अकाउंट से निकाली गई मोटी रकम, कई बैंककर्मी भी शामिल

PATNA :  एनएचआई से जुड़े 28 करोड़ के फर्जीवाड़े के मामले में पटना पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पटना पुलिस ने आरा से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक ज्वेलरी शॉप का मालिक और उसका दोस्त शामिल है. राजधानी की पुलिस का दावा है कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) और पटना जिला भू-अर्जन विभाग के बैंक अकाउंट से फर्जी निकासी मामले में इन दोनों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं.


NHAI और जिला भू-अर्जन विभाग के बैंक अकाउंट से फर्जी निकासी के मामले में राजधानी पटना के गांधी मैदान थाने की पुलिस ने आरा में छापेमारी कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है.  इसमें एक ज्वेलरी शॉप का मालिक संदीप कुमार गुप्ता और दूसरा इसी का साथी रिजू उर्फ रिजवान शामिल है. बुधवार को पटना के सिविल कोर्ट में पेश किया गया और वहां से जेल भेज दिया. 


इससे पहले इस बड़े मामले में 10 जनवरी को पटना पुलिस ने मैनेजर समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था. तीनों ही लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ के लिए लाए जाने के बाद मैनेजर की तबियत बिगड़ गई. थी, जिसके बाद पुलिस ने मैनेजक को अस्पताल भर्ती कराया था. हैरान करने वाली बात ये है कि बैंक के कई कर्मी फर्जी चेक से पैसे की निकासी में शामिल हैं. नवंबर तक तीन बार 15 करोड़ से अधिक के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही बैंक कर्मियों ने सभी ट्रांजेक्शन को रोका.


पिछले दिनों 11 करोड़ 73 लाख रुपए आरटीजीएस कराने आये युवक को गांधी मैदान थाने की पुलिस ने गिरफ्तार  किया था. भू अर्जन विभाग का फर्जी चेक के साथ एक आरोपी पकड़ा गया था. गिरफ्तार युवक को पुलिस जेल भेज चुकी है. पुलिस फिलहाल अन्य बैंक कर्मियों से भी पूछताछ कर रही है. जांच में यह बात सामने आई है कि आरा शहर से गिरफ्तार दोनों आरोपियों का एक अकाउंट कोटक महिंद्रा बैंक के बोरिंग रोड ब्रांच में है.


वहां के मैनेजर रहे सुमित से इन दोनों की दोस्ती थी. सुमित ने जो करोड़ों रुपए फर्जी तरीके से NHAI के अकाउंट से RTGS किए, उसमें से करीब 35 लाख रुपए संदीप कुमार गुप्ता के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे. इस बात के पुख्ता सबूत जांच के क्रम में मिले हैं. वहीं, रिजू का रोल इस कांड में सबसे पहले गिरफ्तार किए गए शुभम गुप्ता की तरह कैरियर के रूप में काम करने वाले के तौर पर बताया गया है. इसके अकाउंट में रुपए गए या नहीं, इस बारे में पुलिस कुछ भी नहीं कह पा रही है. 


इस केस में संदीप और रिजू का रोल बैंक अकाउंट के डिटेल्स को खंगालने पर ही पता चल पाएगा. इसके लिए पुलिस के अधिकारी का कहना है कि उन्होंने बैंक से इस बारे में पूरी डिटेल्स मांगी है. इस केस में पुलिस की जांच भी संदेह के घेरे में है, क्योंकि उनकी ही जांच में अब तक NHAI के अकाउंट से 31 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी निकासी हो चुकी है.