NEET परीक्षा पर बवाल के बीच बिहार सरकार का बड़ा फैसला : पेपर लीक या नौकरी में फर्जीवाड़ा किया तो पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे बीतेगी

NEET परीक्षा पर बवाल के बीच बिहार सरकार का बड़ा फैसला : पेपर लीक या नौकरी में फर्जीवाड़ा किया तो पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे बीतेगी

PATNA : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से ली गयी NEET UG-2024 परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर पूरे देशभर में मचे हंगामे के बीच बिहार सरकार ने बड़ा एलान किया है बिहार सरकार ने कहा है कि वह किसी भी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक या दूसरी गड़बड़ी को रोकने के लिए बेहद ही सख्त कानून बनाने जा रही है कानून ऐसा होगा कि परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों की रूह कांप जायेगी


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज इस संबंध में अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की है उन्होंने कहा कि नियुक्ति परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा बिहार में इस साल बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरी दी जानी है ऐसे में नियुक्ति प्रक्रिया को पूरी तरह से दुरूस्त किया जायेगा


सरकार बनाएगी कड़ा कानून

मुख्यमंत्री ने अपने अधिकरियों को कहा है कि नियुक्ति के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं में पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे ऐसी परीक्षाओं में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो और और प्रश्नपत्र लीक न हो इसके लिए एक सख्त कानून बनाया जाना चाहिये  सीएम ने कहा कि बिहार सरकार के अधिकारी कानूनविदों से राय लेकर सख्त कानून बनायें और विधानसभा के अगले सत्र में इस प्रस्ताव को लाया जाये विधानमंडल से कानून पारित कराकर इस तत्काल लागू किया जाये 


बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से हाल ही में जारी हुए NEET UG-2024 रिजल्ट में बडे पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं इस परीक्षा में पहली बार ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर कुल 67 स्टूडेंट रहे हैं आरोप है कि इनमें 16 स्टूडेंट्स के रोल नंबर आसपास थे हरियाणा, यूपी, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक के टॉपर्स के मामले में यह गड़बड़ी सामने आई है वहीं, बिहार और गुजरात से नीट परीक्षा के पेपर लीक की भी बात सामने आयी है


विगत 4 जून को जब नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तब सोशल मीडिया पर #neetfraud ट्रेंड करने लगा पहली बार नीट में कुल 67 टॉपर्स और ग्रेस मार्क्स देखने के बाद मेडिकल फील्ड में खलबड़ी मच गई 5 जून से छात्रों का आंदोलन सोशल मीडिया से सड़क तक पहुंच गया हाथ में बैनर लिए छात्र न्याय की गुहार लगा रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट से लेकर कई हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर हो चुकी हैं 


13 जून को एनटीए ने फैसला लिया है कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी लेकिन छात्रों का गुस्सा इतने से नहीं थम रहा है बिहार और गुजरात से सामने आई पेपर लीक की खबरों से एनटीए की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं इसीलिए छात्र मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं 


इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई है सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच कराने वाली याचिका पर आगामी 8 जुलाई को सुनवाई करने का फैसला लिया है वहीं, केंद्र सरकार ने माना है कि नीट परीक्षा में गड़बड़ी नजर आ रही है केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी कहा है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी