नीट पेपर लीक को लेकर एक्शन में आई बिहार सरकार, 2 इंजीनियर सस्पेंड

नीट पेपर लीक को लेकर एक्शन में आई बिहार सरकार, 2 इंजीनियर सस्पेंड

PATNA : नीट पेपर लीक मामले में बिहार सरकार के स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गयी है। आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को पटना स्थित एनएच के गेस्ट हाउस में एक कमरा बिना आवंटन के ही बुक किए जाने पर पथ निर्माण विभाग ने तीन पदाअधिकारियों को निलंबित कर दिया है।


दरअसल, नीतीश सरकार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया था कि तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम के कहने पर गेस्ट हाउस में सिकन्दर के लिए कमरा बुक किया गया था। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था। इस मामले में आरोपी सिकंदर के रिलेटिव परीक्षार्थी ने अनुराग ने एक दिन पहले प्रश्न पत्र लीक हो जाने का खुलासा किया है।



निलंबित पदाअधिकारियों में अधीक्षण अभियंता उमेश राय, सहायक अभियंता धर्मेन्द्र कुमार धर्मकांत और कार्यालय कर्मी प्रदीप कुमार शामिल हैं। तीनों कर्मियों पर तथ्य छिपाने, गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने और विभाग को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया गया है। उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा के निर्देश पर विभाग ने यह कार्रवाई की है। इस बीच सबूतों और दस्तावेजों के साथ ईओयू के अधिकारी दिल्ली रवाना हो गए हैं।


डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि निलंबन के साथ ही तीनों कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषप्रद जवाब न मिलने पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि विभाग ने पटना सहित राज्य भर के गेस्ट हाउस में एक साल में कौन-कौन रूके हैं, इसकी भी जांच होगी। एयरपोर्ट के सामने एनएच प्रभाग के गेस्ट हाउस में नीट के आरोपी द्वारा कमरा बुक किए जाने के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इस पूरे प्रकरण की पड़ताल की।


विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व अन्य अफसरों के साथ विमर्श किया तो पता चला कि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार ने पथ निर्माण विभाग के कर्मी प्रदीप कुमार को एक जून को फोन किया। वहीं, राजद के राट्रीय प्रवक्ता प्रो. मनोज कुमार झा और प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने विजय सिन्हा के बयान पर पलटवार किया। कहा, नेट परीक्षा रद्द हुई है, नीट की भी रद्द हो। इस मामले में तेजस्वी का नाम घुसाना उनके अल्पज्ञान को दर्शाता है।