RANCHI : नीट पेपर लीक कांड में ईओयू ने बड़ा एक्शन लिया है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने झारखंड के देवघर से पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के करीबी पिंटू समेत कुल 6 आरोपियों को अरेस्ट किया है। पिंटू ने पेपर लीक के बाद उसका प्रिंट निकलवा कर अभ्यर्थियों तक पहुंचाने का काम किया था।
जानकारी के मुताबिक, संजीव मुखिया के नेटवर्क में पिंटू और चिंटू भी शामिल हैं। पिंटू ने चिंटू के कहने पर पेपर लीक के बाद प्रश्नपत्र का प्रिंट आउट निकाला था और उसे अभ्यर्थियों तक पहुंचाने का काम किया था। पिंटू और चिंटू को खेमनीचक वाले सेफ हाउस के बारे में भी जानकारी थी।
बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया को किसी प्रोफेसर ने सबसे पहले प्रश्नपत्र भेजा था। जिसे चिंटू और पिंटू ने मिलकर अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था। सॉल्वर के जरिए सवालों के जवाब को हल करके 5 मई की सुबह अभ्यर्थियों को दिया गया था। चिंटू की भी गिरफ्तारी देवघर से हुई है। इनके अलावा काजू, अजीत और राजीव की भी गिरफ्तारी देवघर से की गई है। चिंटू और पिंटू की गिरफ्तारी से EOU अब कई नए राज खोल पाएगी।
सभी आरोपी देवीपुर थानाक्षेत्र स्थित एम्स के सामने किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। देवघर पुलिस ने बताया कि सभी साइबर ठग हैं और पेपर लीक केस में बिहार पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है और उन्हें अपने साथ पटना ले गई है। पकड़े गए युवकों में एक गार्ड भी शामिल है, जो देवघर एम्स में काम करता था।