PATNA: NEET पेपर लीक कांड को लेकर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर जो आरोप लगाए हैं, उस पर तेजस्वी यादव का रिएक्शन सामने आया है। तेजस्वी ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि मुद्दे को डायवर्ट करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरे पीए और पीएस को बुलाकर खुद पूछताछ कर लें।
दरअसल, नीट पेपर लीक कांड को लेकर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनके करीबियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा था कि जो लोग पेपर लीक कांड में अरेस्ट हुए हैं वह यदुवंशी समाज से आते हैं और उनका लिंग तेजस्वी के पीएस प्रीतम से है। इसके बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी को सुझाव दिया था कि वह अपना पक्ष रखे। अब तेजस्वी यादव ने खुद के ऊपर लग रहे आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
तेजस्वी ने कहा कि जितने भी बीजेपी शासित राज्य हैं, चाहे वह बिहार हो, गुजरात हो या हरियाणी हो इन तीनों राज्यों मे पेपर लीक हुआ है। हमलोग ही नहीं बल्कि पूरा इंडी गठबंधन इस मुद्दे पर एक साथ हैं। हमलोग चाहते हैं कि नीट का जो पेपर लीक हुआ है इसको अविलंब रद्द किया जाए। पीएस पर लग रहे आरोपों पर तेजस्वी ने कहा कि राज्य और केंद्र में सरकार उन लोगों की है। जांच एजेंसिया भी उनकी ही हैं। मुख्यमंत्री मेरे पीए और पीएस को बुलाकार पूछताछ कर लें।
उन्होंने कहा कि बिहार के डिप्टी सीएम जो सवाल उठा रहे हैं, ईओयू तो आजतक इस बात को कही नहीं है। ईओयू इन लोगों को रिपोर्ट करती है क्या? इन लोगों को तो कोई ज्ञान है नहीं, ऐसे ही कुछ का कुछ बोलते रहते हैं। जब अरेस्टिंग हुई थी हमलोग तब से ही आवाज उठा रहे हैं कि कार्रवाई करनी चाहिए। जिस इंजीनियर की बात ये लोग कर रहे हैं यही लोग उसे लेकर आए थे। इन लोगों को थोड़ा ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए।
तेजस्वी ने कहा जो पेपर लीक का किंगपिन है, उन लोगों से इस मुद्दे को डायवर्ट करना चाहते हैं। अमित आनंद, नीतीश कुमार, ये कौन लोग हैं। इनको ये लोग क्यों बचाना चाह रहे हैं। आखिर क्या कारण है कि मामले को डायवर्ट करने की कोशिश ये लोग कर रहे हैं। मामले को डायवर्ट करने के बजाए जो लोग भी दोषी हों उनको बुलाकार पूछने में क्या दिक्कत है। बुलाएं और गिरफ्तार करें, हमको क्या दिक्कत है।
उन्होंने कहा कि जो भी मामला है आज न कल सबको पता चल ही जाना है। जो लोग मेरा और मेरे पीए का नाम घसीटना चाहते हैं, इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है। जिस इंजीनियर की बात कही जा रही है वह लाभार्थी हो सकता है लेकिन पेपर लीक का मास्टरमाइंड तो अमित आनंद और नीतीश कुमार है, उनके खिलाफ एक्शन होना चाहिए। बीपीएससी के पेपर लीक में शामिल आरोपियों ने तो बिना जेल गए ही बेल करा लिया। देश की जनता जानती है, जब जब बीजेपी सत्ता में आती है तब-तब पेपर लीक होता है।