नाम क्यों नोट करवा रहे फांसी चढ़वा दीजिए ... विपक्ष ने कहा तानाशाही कर रहे स्पीकर, अध्यक्ष ने कहा - आसान को नहीं दे सकते धमकी

नाम क्यों नोट करवा रहे फांसी चढ़वा दीजिए ... विपक्ष ने कहा तानाशाही कर रहे स्पीकर, अध्यक्ष ने कहा - आसान को नहीं दे सकते धमकी

PATNA : बिहार विधानसभा मानसून सत्र के द्वितीय सत्र में गैरसरकारी संकल्प लिया जा रहा है। इस बीच विपक्ष ने गैर सरकारी संकल्प को फाड़ कर फेक दिया और सरकार के खिलाफ सदन के जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया। विपक्ष के विधायक बेल में गैर सरकारी संकल्प के कागज़ को फाड़ कर फेंक दिया। उसके बाद स्पीकर ने उन्हें कड़ी चेतवानी दी। 


दरअसल, दूसरे सेशन में विधानसभा में विपक्ष के विधायकों ने एकबार फिर हंगामा किया। लेफ्ट के विधायक ने गैर विधायी संकल्प के दौरान 65 प्रतिशत आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव बिहार विधानसभा से पास करा कर केंद्र को भेजने की मांग की। जिसके जवाब में मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि अभी हाईकोर्ट ने मामले में रोक लगा रखी है। सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है और केंद्र सरकार से भी आग्रह किया गया है। इस पर स्पीकर ने ध्वनि मत से अजीत कुमार के प्रस्ताव संकल्प को रद्द कर दिया। 


जिसके बाद विपक्ष इस पर वोटिंग कराने की मांग को लेकर हंगामा करने लगा। लेकिन, इसके बाद भी विपक्ष हंगामा करने लगे। इतनी ही नहीं आसन के तरफ कागज़ भी फेंका। उसके बाद स्पीकार ने कहा कि इनका नाम नोट किगिए। उसके बाद माले विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि नाम क्यों नोट करवा रहे सीधा फांसी पर ही चढ़ा दीजियेगा। 


उधर, माले विधायक सत्यदेव राम ने स्पीकार पर आरोप लगाया की यह तानाशाही कर रहे है। जिस पर स्पीकर ने नंदकिशोर यादव ने कहा कि आप  आसान को धमका नही सकते हैं। जिसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने गैर सरकारी संकल्प की कॉपी फाड़ कर हवा मे उड़ाया और सदन से वाक आउट कर दिया।