मुजफ्फरपुर: महिला के बच्चेदानी निकालने कांड में स्वास्थ्य विभाग ने खड़े किए हाथ, सिविल सर्जन का अजीबोगरीब बयान

मुजफ्फरपुर: महिला के बच्चेदानी निकालने कांड में स्वास्थ्य विभाग ने खड़े किए हाथ, सिविल सर्जन का अजीबोगरीब बयान

MUZAFFARPUR: जिले के बरियारपुर ओपी क्षेत्र में झोलाझाप डॉक्टर द्वारा एक महिला का बच्चेदानी निकाल लेने और उसके पेशाब के नश को काटने के मामले में जानकारी लेने पर मीडिया कर्मियों के सवाल पर जिले के सिविल सर्जन डॉ यूसी शर्मा का अजीबोगरीब बयान सामने आया। 


इस मामले में सिविल सर्जन ने कहा कि अकेले स्वास्थ्य विभाग से यह चीज़ सम्भव नही है कि हर जगह पर रोक लगाई जा सके मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली है। मीडिया के माध्यम से कि एक महिला का बरियारपुर ओपी इलाके में एक महिला का बच्चेदानी के ऑपरेशन के दौरान उसके पेशाव की नली को भी स्टिच कर दिया गया है। जिसका इलाज़ किसी दूसरी जगहों पर चल रहा है। स्थानीय सरकारी अस्पताल के पदाधिकारियों से इस बात को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। 


वही मीडिया कर्मियों ने पूछा कि हाल ही में किडनी कांड हुआ उसी इलाके में फिर भी झोलाछाप डॉक्टर और गैर निबंधित हॉस्पिटल पर कार्यवाई नहीं हो रही तो सिविल सर्जन ने हाथ खड़े करते हुए कहा दिया कि अकेले यह स्वास्थ्य विभाग से सिर्फ सम्भव नही है। आमजनों और स्थानीय सभी तरह के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। सुनीता किडनी कांड के बाद ही जिले में सभी सम्बंधित स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को यह निर्देशन कर दिया गया था कि इस तरह के गैर निबंधन हॉस्पिटल और झोलाझाप डॉक्टरों पर कार्यवाई करे और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को भी दे। 


अब सवाल उठता है कि क्या सिविल सर्जन साहब की बाते उनके अधीनस्थ कर्मी और पदाधिकारी नही मानते या यूं कहें कि सिर्फ अमलीजामा पहनाने के लिए आदेश जारी हुआ है या फिर स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से पूरे कुकृत्य चल रहा है। जिले में ऐसे में अगर इस तरह का गैर जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के कर्मी होंगे तो यह कहना गलत नहीं है कि स्वास्थ्य मंत्री और उनका विभाग आज भी बिहार में एम्बुलेंस पर है।