MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। चर्चित महादलित समाज की नाबालिग बच्ची की रेप के बाद हत्या मामले का खुलासा पुलिस ने कर लिया है। इस कांड के मुख्य आरोपी संजय यादव सहित 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। संजय यादव को अररिया से गिरफ्तार किया गया है। उसकी निशानदेही पर उसके तीन साथियों को भी दबोचा गया है। जबकि दो अन्य आरोपी फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
बता दें कि घटना के बाद से ही सभी फरार थे। मुख्य आरोपी ने जब सरेंडर नहीं किया तब पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद कुर्की जब्ती की कार्रवाई की थी। घर पर बुलडोजर भी चलाया गया था। यहां तक कि उसे भगोड़ा भी घोषित कर दिया गया था। इतना कुछ होने के बाद भी संजय यादव पुलिस की नजरों से बचकर रह रहा था आखिरकार मामले की छानबीन में जुटी पुलिस ने संजय यादव को उसके तीन साथियों के साथ धड़ दबोचा। बता दें कि मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के नया टोला गांव में हुई थी। बेटी की लाश मिलने के बाद परिजनों ने गांव के ही संजय यादव पर अपने साथियों के साथ मिलकर बेटी को अगवा करने और रेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया था।
इस घटना के बाद से ही आरोपी संजय यादव फरार चल रहा था। भागने में उसकी मदद करने वाले मिथिलेश को पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया था जिससे पूछताछ भी की गयी। उसके पास से एक बोलेरो भी जब्त किया गया था। एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया था। जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। लेकिन वो पुलिस के हाथ नहीं आया। फिर कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी के घर की कुर्की जब्ती की गयी। उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया। भगोड़ा तक घोषित किया गया लेकिन तब भी वो फरार ही रहा।
जिसके बाद मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए भीम आर्मी और बहुजन समाजवादी पार्टी के हजारों समर्थकों ने आरोपी के घर सहित आस-पास के दर्जनों घरों में तोड़फोड़ कर दी। तभी उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया और जमकर हंगामा मचाया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में भीम आर्मी के नेता गोल्डेन यादव सहित 17 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वही 5 दर्जन बाइक भी जब्त किया।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि नाबालिग बच्ची को अगवा करने के बाद हत्या की गयी थी उसके साथ दुष्कर्म नहीं किया गया था। हालांकि परिजन अगवा करने के बाद रेप और हत्या की बात कर रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का है और इसी चक्कर में हत्या हुई है। आरोपी और नाबालिग लड़की एक दूसरे से मोबाइल पर बातें करते थे। पिछले एक महिने में 422 बार दोनों ने फोन पर बात किया है इस बात का सबूत पुलिस के पास है।
जिस दिन नाबालिग की हत्या की गयी थी उस समय भी नाबालिग से संजय यादव की बात हुई थी। संजय ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। संजय यादव के एक साथी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है जिसने उसे भगाने में मदद की थी उसके पास से एक बोलेरो भी जब्त किया गया था। अब संजय यादव के तीन और साथियों को पकड़ा गया है जबकि दो अन्य साथी अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
बता दें कि जफ्फरपुर जिले के पारु थाना क्षेत्र में बीते 12 अगस्त को लालू छपरा के गोपालपुर गाँव में एक युवती का डेड बॉडी बरामद हुआ था. डेड बॉडी को पोस्टमार्टम में भेजने के बाद पूरे इलाके में यह बात आज की तरह फैली कि गांव के कुछ दबंगों के द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया उसके प्राइवेट पार्ट को काटा गया यह बात पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई. 13 तारीख को मृतक के मां के बयान पर मुख्य आरोपी संजय यादव को बनाया गया और अन्य अज्ञात पर केस दर्ज किया गया उसके बाद विभिन्न पार्टी और राजनीतिक दलों के द्वारा मृतक के घर का दौर शुरू हुआ और राजनीतिक का दौर शुरू हो गया लेकिन मुजफ्फरपुर पुलिस चुप रही पुलिस ने अफवाह को फैलने दिया इस घटना से विपक्ष के नेताओं के द्वारा लगातार एक हमला करने का सरकार पर मुद्दा मिल गया था लेकिन मुजफ्फरपुर पुलिस की छुट्टी सरकार की किरकिरी कराते रही, 14 अगस्त की रात मुख्य आरोपी संजय यादव को भगाने में सहयोग करने वाले पास कहीं एक युवक को पुलिस ने बोलेरो के साथ गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
तब तक स्थानीय नेताओं का दौड़ा चलता रहा पुलिस पर तरह-तरह के सवाल खड़े होते रहे बिहार के सुशासन बाबू पर विपक्ष के विभिन्न पार्टी और दलो के नेताओ द्वारा तरह तरह के सवाल खड़े किये जाते रहे. जितना ही नहीं हद तो तब हो गई जब बहुजन आर्मी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा गांव में घुसकर जमकर उत्पाद मचाया गया मुख्य आरोपी संजय राय के घर के आसपास कई घरों को तौर पर की गई लूटपाट किया गया पुलिस पर पथराव किया गया हालांकि इस मामले में पुलिस ने दो कैसे भी दर्ज किए हैं करीब 17 लोगों को जेल भी भेजो पुलिस के बयान पर 17 नामजद और ढाई सौ अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया. एक फॉर्च्यूनर कर एक पिकअप वैन और 84 मोटरसाइकिल जप्त किया गया. वही रविवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली थी मुख्य आरोपी संजय यादव अररिया जिले में है और वहीं से एक बस पकड़ कर अन्य जगह भगाने के चक्कर में है पुलिस ने तत्काल पहुंचकर गुप्त सूचना के आधार पर मुख्य आरोपी को धर दबोचा.
पूछताछ के क्रम में मृतक युवती के घर के पास के तीन युवक का संजय यादव ने नाम बताया तीनों को पुलिस ने पकड़ लिया है वहीं दो अन्य जो इस कांड में थे उनकी तलाश पुलिस कर रही है पुलिस की माने तो अब तक इस घटना में मुख्य आरोपी सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है दो अन्य अभियुक्त अभी फरार है जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगी हुई मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बड़ा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा था मुख्य आरोपी संजय यादव और मृतक यूवती के बीच करीब 3 वर्षों से प्रेम प्रसंग था, लेकिन गांव के कुछ युवकों को इस बात की भनक लग गई थी और रंगे हाथ पकड़ने के चक्कर में सभी लगे थे तभी 11 अगस्त की रात यह घटना हो गई. लड़की को मारने वाले गांव के ही आसपास के लड़के हैं संजय यादव खुद को फसता हुआ देख डेड बॉडी को ठिकाने लगाने का प्रयास किया और भाग निकला.
मुजफ्फरपुर में घटित इस घटना के बाद करीब एक सप्ताह बीत जाने के बाद इतने सारे विवाद हो जाने के बाद मुजफ्फरपुर पुलिस की नींद खुली और अब यह बात अफवाह लग रही है और अब वैसे मीडिया सोशल मीडिया और नेताओं पर कार्रवाई की बात हो रही है जिन्होंने मृतक के प्राइवेट पार्ट्स को काटने की बात और गैंगरेप के बाद कहीं और चलाई है, अब सवाल उठता है कि मुजफ्फरपुर के बढ़िया पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार आखिर घटना के एक सप्ताह तक किसका इंतजार करते रहे और इस तरह से अफवाह पहले जो सरकार के फजीहत हो गई विधि व्यवस्था की समस्या हो गई लेकिन साहब चुप क्यों रहे क्या यह बयान पहले नहीं आ सकता था कि इस तरह की कोई बात नहीं है सारी बातें अफवाह है अफवाह फैलाने वाले पर कार्रवाई होगी या यूं कहे की पूरे कहानी का सूत्रधार पुलिस मूकदर्शक क्यों बनी रही।