PATNA: विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बधाई और शुभकामना नहीं दी। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं, जो हमारे संविधान को समाप्त करने की सोच रखता है। उन्होंने कहा कि निषाद समाज को आरक्षण नहीं तो प्रधानमंत्री जी को भी बधाई नहीं।
मुकेश सहनी ने कहा कि कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं, जो भाईचारा की समाप्त करने की सोच रखता हो। मैं कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं जो जनता की चुनी सरकार को रातोंरात गिरा दे और अपनी सरकार बना ले।
सहनी ने आगे कहा कि मैं कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं, जो एक मछुआरा का बेटा संघर्ष कर चार विधायक बनाये और जब उनकी बात नहीं माने तो उन विधायकों को खरीद ले। गरीब, पिछड़ा के हक अधिकार को दूसरे में बांटने वाले और बाबा साहेब अंबेडकर के सपने को कुचलने वाले तथा आरक्षण खत्म करने के लिए सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण करने वाले प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं।
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं जो निषाद आरक्षण का वादा कर ले और फिर मुकर जाए। ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं जो एक मछुआरा के बेटे को रात दिन खत्म करने की सोच रखता हो। धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले, युवाओं को बेरोजगार रखने वाले प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं। कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं जो अग्निवीर योजना के जरिए युवाओं को 22 साल में रिटायर कराने की योजना लाये हों।