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MOTIHARI: रिश्वत लेने वालों पर आए दिन निगरानी अन्वेषण ब्यूरो कार्रवाई करती है। लेकिन इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आते हैं। शायद यही कारण है कि एक के बाद एक घूस लेने के मामले सामने आते हैं। ऐसा लगता है कि घूस लेने वाले लोगों को किसी तरह का डर नहीं है। इस बार निगरानी की टीम ने मोतिहारी में एक घूसखोर को पकड़ा है। मोतिहारी में इस बार एक हेडमास्टर त्रिभूवन शाह को 15 हजार रुपये घूस लेते निगरानी ने रंगे हाथों दबोचा है।
दरअसल मोतिहारी के पताही प्रखंड के बोकाने गांव स्थित ब्रजबिहारी लाल प्लस टू स्कूल के हेडमास्टर त्रिभूवन शाह एक रिटायर्ड शिक्षक से रिश्वत की मांग कर रहे थे। हेडमास्टर त्रिभुवन साह पर आरोप है कि वे एक रिटायर्ड हेडमास्टर मो. सफीउल्लाह से नो ड्यूज देने के एवज में 25 हजार रुपये बतौर घूस की मांग कर रहे थे।
पीड़ित सफीउल्लाह ने इस बात की शिकायत निगरानी विभाग से की। शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने विद्यालय में ही 15 हजार रुपये घूस लेते हुए प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हेडमास्टर को लेकर निगरानी की टीम पटना के लिए रवाना हो गयी।
पूर्वी चंपारण के फेन्हारा टोला पोखरिया निवासी रिटायर्ड शिक्षक मो. सफीउल्लाह ने 30 दिसंबर 2022 को हेडमास्टर त्रिभूवन शाह के खिलाफ यह शिकायत दर्ज करायी थी कि अंतिम वेतन प्रमाण पत्र (L.PC) एवं अनापति प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है। निगरानी ने मामले का सत्यापन कराया तब रिश्वत मांगे जाने का मामला सही पाया गया। जिसके बाद धावा दल का गठन किया गया और 15 हजार रुपये घूस लेते हेडमास्टर को गिरफ्तार किया गया।