समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
EAST CHAMPARAN: मोतिहारी के सुगौली में सिकरहना नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। नदी बढ़ते जलस्तर ने अपना रौद्र रूप दिखलाना शुरू कर दिया है। नगर परिषद के अमीर खां टोला डाक बंगला वार्ड नं 12 के निचले स्थान पर बसे दर्जनों से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कुछ लोग चौकी के ऊपर परिवार के साथ किसी तरह समय गुजार रहे हैं। वही कुछ लोग परिवार को लेकर ऊंचे स्थान की ओर प्रस्थान करने लगे हैं। बाढ पीड़ितों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और स्थानीय राजद विधायक शशिभूषण सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आक्रोश व्यक्त किया।
वहीं अब नये इलाके में भी नदी का पानी प्रवेश करने लगा है। जबकि कुछ मार्ग से भी पानी बहने लगी है। प्रखंड के लालपरसा धूमनी टोला के पास पूर्व में ध्वस्त बांध के सहारे पानी सरेही इलाके में प्रवेश कर रहा है। जिससे लालपरसा सहित अन्य सरेह में पानी का फैलाव हो रहा है। वहीं नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक के नायका टोला में नदी का पानी प्रवेश कर गया है।
वहीं इस गांव के मार्ग पर पानी चढ़ गया है। जिससे आने जाने में स्थानीय ग्रामीणों को तकलीफ होने लगी है। जिससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है। नगर पंचायत क वार्ड 2, 3 11, 12, 13 में सरेही इलाके में भी पानी प्रवेश करने लगा है। यदि इसी तरह नदी में जल स्तर बढ़ता रहा तो जल्द ही भयंकर बाढ़ आ सकती है। जिससे बचने के लिए लोगों को ऊंचे स्थल पर पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।