मोतिहारी : कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद चली गई लड़की की आवाज़, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

मोतिहारी : कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद चली गई लड़की की आवाज़, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

MOTIHARI : पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया प्रखंड स्थित लाला छपरा गांव से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक युवती ने कोविड की दूसरी डोज लेने के बाद अपनी आवाज खो दी है। जिले के स्वास्थ्य महकमा में युवती के आवाज जाने के बाद हड़कंप मच गया। युवती को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता का कई टेस्ट कराने के साथ ही सदर अस्पताल में इलाज किया गया। उसके बाद उसे मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया है।


क्या है मामला 

केसरिया के लाला छपरा की रहने वाली छात्रा ममता कुमारी ने कोविड टीकाकरण का सेकेंड डोज लिया। टीका लेने के बाद ममता बेहोश हो गई। जिसे इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में इलाज के बाद ममता को होश तो आ गया। लेकिन उसकी आवाज चली गई है। ममता ने बोलने की काफी कोशिश की। लेकिन उसके गले से आवाज नहीं निकल रही है।


इधर, कोविड के सेकेंड डोज लेने के बाद ममता के आवाज जाने के मामले में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शरद चंद्र शर्मा ने बताया कि एक वायल में 10 डोज होता है। जिसे दस लोगों को दिया जाता है। जबकि उस वायल से टीका लेने वाले अन्य नौ लोग ठीक हैं। उन्होंने बताया कि ममता की सभी तरह की जांच करायी गई है। सभी जांच सही पाए गए है। डीआईओ को विश्वास है कि ममता की आवाज जल्द वापस आ जाएगी।


वहीं सिविल सर्जन डॉ. अंजनी सिंह ने बताया कि सेकेंड डोज का वैक्सीन पड़ने के बाद थोड़ा थोड़ा खून आया था। जिसे देखकर वह बेहोश हो गई। उसके बाद वह बोल नहीं पा रही है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के कारण ऐसा हो सकता है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। सिविल सर्जन ने बताया कि युवती का हर तरह का जांच कराया गया है। चिकित्सीय जांच में कुछ कारण सामने नहीं आया है।


बहरहाल, कोविड वैक्सीनेशन के बाद ममता कुमारी का आवाज गायब हो जाना अपने तरह का एक अलग मामला है। जिसके आवाज को वापस लाने का चिकित्सक प्रयास कर रहे हैं और चिकित्सकों को विश्वास है कि ममता की आवाज धीरे-धीरे वापस आएगी। लेकिन इस मामले में सरकार को अपने खर्च पर ममता कुमारी के बेहतर इलाज की व्यवस्था करने की आवश्यकता है। ताकि वह एक बार फिर से अपने परिवार के लोगों को आवाज देकर बुला सके।