मोतिहारी में जिप अध्यक्ष के चुनाव में खेल? महागठबंधन की उम्मीदवार जीतीं तो BJP सांसद राधामोहन सिंह को धन्यवाद वाले पोस्टर लगाये गये

मोतिहारी में जिप अध्यक्ष के चुनाव में खेल? महागठबंधन की उम्मीदवार जीतीं तो BJP सांसद राधामोहन सिंह को धन्यवाद वाले पोस्टर लगाये गये

MOTIHARI: मोतिहारी में पूर्वी चंपारण जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में दिलचस्प खेल हुआ है। आज चुनाव हुआ जिसमें जेडीयू-भाजपा विरोधी महागठबंधन की उम्मीदवार ममता राय अध्यक्ष चुन ली गयीं। ममता राय ने एक तरफा तरीके से जीत हासिल की. उनके खिलाफ में खडी एनडीए समर्थित उम्मीदवार की बुरी हालत हुई. लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि राजद-कांग्रेस गठबंधन की नेत्री ममता राय की जीत के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष औऱ स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह को बधाई दी जा रही है. मोतिहारी में बैनर-होर्डिंग लगाकर राधामोहन सिंह को चंपारण का भीष्म पितामह बताया जा रहा है। 


महागठबंधन उम्मीदवार की एकतरफा जीत

मोतिहारी में आज जिला परिषद अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में राजद, कांग्रेस और वाम दलों द्वारा समर्थित उम्मीदवार ममता राय एकतरफा तरीके से जीतीं. कुल 57 वोट में से ममता राय को 45 जिला पार्षदों का वोट मिला. दो वोट अवैध घोषित कर दिया गया. जिला परिषद चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार बतायी जा रहीं नीतू गुप्ता को सिर्फ 10 वोट हासिल हुए. कांग्रेसी नेता औऱ बड़े ठेकेदार शशिभूषण राय उर्फ गप्पू राय की पत्नी ममता राय के लिए राजद के पूर्व विधायक फैसल रहमान औऱ लोजपा के नेता राजन तिवारी समेत कई दूसरे नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा था। 


राधामोहन सिंह को मिल रही बधाई

पूर्वी चंपारण जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव में गप्पू राय की पत्नी ममता राय की जीत पर किसी को हैरानी नहीं है. चुनाव की प्रक्रिया शुरू से काफी पहले से ही गप्पू राय के खेमे में लगभग 50 जिला पार्षद लगातार बने हुए थे. उन्हें नेपाल से लेकर उत्तर प्रदेश की सैर करायी जा रही थी. लगातार सोशल मीडिया पर उन जिला पार्षदों की तस्वीर और वीडियो आ रहे थे जो गप्पू राय के पक्ष में दूसरे राज्य या देश में डटे थे।


लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेसी नेता गप्पू राय की पत्नी और महागठबंधन के उम्मीदवार के लिए बीजेपी के सांसद राधामोहन सिंह को बधाई दी जा रही है. मोतिहारी शहर में ढेर सारे ऐसे बैनर-पोस्टर लगाये गये हैं जिसमें राधामोहन सिंह को चंपारण का भीष्म पितामह बताते हुए उन्हें बधाई दी जा रही है. सवाल ये उठ रहा है कि क्या राधामोहन सिंह ने जिला परिषद के अध्यक्ष के चुनाव में खेल कर दिया. हालांकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रभारी राधामोहन सिंह वहीं कैंप कर रहे हैं लेकिन उनकी रणनीति सफल हो जाने की चर्चा आम है।


बीजेपी विधायक की पत्नी का डिमोशन

वैसे पूर्वी चंपारण जिला परिषद के अध्यक्ष औऱ उपाध्यक्ष का चुनाव दूसरे मायने में भी दिलचस्प रहा. अब तक बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल की पत्नी प्रियंका जायसवाल जिला परिषद की अध्यक्ष हुआ करती थीं. लेकिन इस चुनाव में उनके पास अध्यक्ष बनने लायक जिला पार्षद नहीं जुटे. लिहाजा पहले की जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल इस दफे उपाध्यक्ष पद की उम्मीदवार बन गयीं. उनके कैंप से अध्यक्ष पद की दावेदार नीतू गुप्ता भले ही बुरी तरह से हारीं वही पवन जायसवाल की पत्नी प्रियंका जायसवाल उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कड़ी टक्कर दी फिर भी चुनाव हार गयीं।