मासिक जन्माष्टमी हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का स्मरण कर उनकी पूजा का विशेष अवसर होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्रीकृष्ण की भक्ति करने से घर में शांति रहती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। श्रीकृष्ण चालीसा का पाठ करने से जातक को मनचाहा करियर और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कृष्ण चालीसा का महत्व:
कृष्ण चालीसा में भगवान श्रीकृष्ण के अद्भुत रूप और उनके कार्यों का वर्णन किया गया है। यह पाठ करने से मन, शरीर और आत्मा की शांति प्राप्त होती है। साथ ही, यह पाठ करने से जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।
कृष्ण चालीसा का कुछ भाग:
दोहा: बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम।
अरुण अधर जनु बिम्बा फल, पिताम्बर शुभ साज।
चौपाई: जय यदुनन्दन जय जगवन्दन।
जय वसुदेव देवकी नन्दन।
जय यशुदा सुत नन्द दुलारे।
जय प्रभु भक्तन के दृग तारे।
मासिक जन्माष्टमी पर विशेष उपाय:
भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक:
अगर आप आर्थिक तंगी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो मासिक जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का घी, दूध, दही, शक्कर, शहद से अभिषेक करें। ऐसा करने से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और धन की प्राप्ति होती है।
कृष्ण चालीसा का पाठ:
इस दिन कृष्ण चालीसा का नियमित रूप से पाठ करें। इससे आपकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
पान का पत्ता और श्रीयंत्र:
मासिक जन्माष्टमी की पूजा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता अर्पित करें और पत्ते पर रोली से श्रीयंत्र लिखकर तिजोरी में रखें। इससे जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
कृष्ण चालीसा के कुछ प्रमुख अंश:
पुनि नख पर प्रभु गिरिवर धारो।
आओ दीनन कष्ट निवारो।
वंशी मधुर अधर धरी तेरी।
होवे पूर्ण मनोरथ मेरो।
आओ हरि पुनि माखन चाखो।
आज लाज भारत की राखो।
मासिक जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन किए गए उपाय और भक्ति से जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली आती है। कृष्ण चालीसा का पाठ करने से मनचाही सफलता मिलती है और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के इस दिव्य व्रत से आपके सभी संकट दूर हो सकते हैं और घर में सुख-शांति का वास होता है।