DESK: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के तीसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को जवाब दिया। पीएम मोदी के संबोधन के बाद लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई जो ध्वनिमत से गिर गया। दो घंटे से ज्यादा समय तक पीएम मोदी ने भाषण दिया। लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। जिसके बाद संसद की कार्यवाही की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वही अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि नॉर्थ इस्ट हमारे जिगर का टुकड़ा है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में बताया कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी देश और सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश अक्सर करते हैं। उनसे जब माफी मांगने की बात कही गयी तब उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया। तब अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया जिसे स्वीकृत कर लिया गया। स्पीकर ने भी कहा है कि अधीर रंजन चौधरी का बर्ताव सदन के अनुरूप नहीं था। वही इस दौरान प्रधानमंत्री ने भी कहा कि अधीर रंजन गुड़ को गोबर करने में माहिर हैं। लगता है कि अधीर रंजन को कोलकाता से फोन आया है। हम अधीर बाबू के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं। विपक्ष को कुर्सी की भूख है जनता की उन्हें कोई फिक्र नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ ही दिन पहले बेंगलुरु में इन्होंने UPA का अंतिम संस्कार किया, क्रिया कर्म किया। लोकतांत्रिक व्यवहार के मुताबिक मुझे आप लोगों को सहानुभूति व्यक्त करनी चाहिए थी। पीएम ने कहा कि जीवित रहने के लिए इंडिया को एनडीए का समर्थन लेना पड़ा। इन्होंने एनडीए में दो आई लगा दिया। इंडिया में पहला आई 26 दलों के अहंकार के लिए है और दूसरा आई एक परिवार के अहंकार के लिए है। इंडिया को तोड़कर I.N.D.I.A कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये इंडिया गठबंधन नहीं है, बल्कि घमंडिया गठबंधन है। इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है। हर किसी को प्रधानमंत्री बनना है। जब भी परिस्थितियां बदलेंगी, विपक्षी गठबंधन में छुरियां निकल आएंगी। इससे पहले पीएम ने कहा कि हर जगह बस एक ही परिवार का नाम दिखाई देता था। कुछ काम नहीं किया, केवल भ्रष्टाचार किया। कांग्रेस का अपना कुछ भी नहीं, चुनाव चिह्न से लेकर विचार तक सब कुछ किसी और से उधार लिया गया है। कांग्रेस एक विदेशी ने बनाई थी। विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए तिरंगे जैसा झंडा अपनाया, लाभ के लिए गांधी उपनाम भी 'चुराया'।
उन्होंने कहा कि 2014 में देश की जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी और 2019 में भी जनता ने फिर एक बार हम सभी को सेवा करने का मौका मजबूती के साथ दिया। इस सदन में बैठे हरेक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि भारत के युवकों को काम का अवसर दें। सरकार में रहते हुए हमने भी भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है। हमने भारत के युवाओं को खुले आसमान में उड़ने के लिए हौसला और अवसर दिया है।
PM मोदी ने कहा कि हमने दुनियां ने भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है। साख को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे है। भारत के प्रति विश्व का विश्वास बढ़ता जा रहा है। इस दौरान हमारे विपक्ष के साथियों ने अविश्वास के प्रस्ताव के आड़ में जनता के आत्मविश्वास को तोड़ने की विफल कोशिश की है। आज भारत में रिकार्ड विदेशी निवेश आ रहा है। आज भारत का एक्सपोर्ट नई बुलंदी को छू रहा है। आज भारत की कोई भी अच्छी बात विपक्ष सुन नहीं सकता। गरीबों के दिल में अपने सपने को पूरा करने का भरोसा पैदा हुआ है। देश में गरीबी घट रही है।
डब्लूएचओ ने बताया है कि जल मिशन योजना से चार लाख लोगों की जान बच रही है। स्वच्छ भारत अभियान से 3 लाख लोगों को मरने से बचाया गया है। ये तीन लाख लोग झुग्गी झोपड़ी में रहकर जीवन बसर करने वाले लोग है। ये लोग वंचित तबके के लोग हैं जिनकी जांच बची है। यूनिसेफ ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के कारण गरीबों के 50 हजार रूपये बच रही है। लेकिन भारत की इस उपलब्धि से कांग्रेस और विपक्षी को अविश्वास है।
पीएम मोदी ने कहा कि अविश्वास और घमंड विपक्ष के रगो में रस बस गया है। ये जनता की विश्वास को कभी देख नहीं पाते हैं। विपक्ष का व्यवहार शुतुर्गमुर्ग की तरह हो गया है। विपक्ष के साथ अपशब्द का इस्तेमाल करते हैं अच्छा है थोड़ा मन हल्का हो गया होगा। वैसे ये लोग दिन रात कोसते रहते हैं यह इनकी फिदरत है। मोदी तेरी कब्र खुदेगी यह इनकी पसंदीदा नारा है। लेकिन मेरे लिए इनकी इन गालियां और अपशब्द को टॉनिक बना देता हूं। मैं सदन में कुछ सीक्रेट बताना चाहता हूं। विपक्ष के लोगों को एक सीक्रेट वरदान मिला हुआ है। ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि पिछले तीन दिनों से हमें एक वरिष्ठ महानुभाव आदरणीय सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किये हैं। करीब सभी के विचार मुझ तक विस्तार से पहुंचे भी है। मैंने स्वयं भी कुछ भाषण सुने भी है। देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार जो विश्वास जताया है। देश के कोटी कोटी नागरिकों का आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं। भगवान बहुत दयालू हैं उनकी मर्जी होती है कि वे किसी ना किसी माध्यम से इच्छा की पूर्ति करता है। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव लेकर आए।
उन्होंने कहा कि 2018 में भी ये ईश्वर का ही आदेश था जब विपक्ष के साथी अविश्वास प्रस्तावलेकर आए थे। उस समय भी हमने कहा था कि अविश्वासप्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है। बल्कि यह उनकी का फ्लोर टेस्ट है। जबमतदान हुआ तब विपक्ष के पास जितने वोट थे उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे। इतना ही नहीं जब हमसब जनता के पास गये तब जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है। विपक्ष के प्रस्ताव पर तीन दिनों से अलग अलग विषयों परकाफी चर्चा हुई है। अच्छा होता कि सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने गंभीरता से सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया होता। हमारे दोनों सदनों में कई बिल पारित हुआ है। ये ऐसे बिल थे जो हमारे फिसरमैन के हक के लिए थे। इससे सबसे ज्यादा केरल को फायदा होने वाला था। इन लोगों को फिसरमैन की चिंता नहीं है इसलिए विपक्ष इस दौरान मौजूद नहीं रहा। सत्ता की भूख आपके दिमाग पर सवार है आपकों युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं है।