PATNA : विधान परिषद चुनाव को लेकर आरजेडी के लिए लगातार बुरी खबरें सामने आ रही हैं। आरजेडी को कुछ सीटों पर तो जीत मिली है लेकिन ज्यादातर सीट पर एनडीए या तो चुनाव जीत चुका है या फिर उसके उम्मीदवारों ने बड़ी बढ़त बना रखी है। आरजेडी को सबसे ज्यादा झटका बागी उम्मीदवारों ने दिया है। आरजेडी के बागी उम्मीदवार नवादा में चुनाव जीत चुके हैं और अब एक और बागी उम्मीदवार गुलाब यादव मधुबनी सीट पर आगे चल रहे हैं। यहां आरजेडी और जेडीयू के उम्मीदवार पीछे चल रहे हैं और मुख्य मुकाबला दो निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच देखने को मिल रहा है।
विधान परिषद चुनाव में तेजस्वी यादव का दांव गलत साबित हुआ है। जिन चेहरों का टिकट काटकर तेजस्वी ने दूसरे उम्मीदवारों को टिकट दिया वही उम्मीदवार जीत की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। औरंगाबाद में आरजेडी उम्मीदवार अनुज कुमार सिंह की हार हो गई है। यहां एनडीए उम्मीदवार की जीत हुई है जबकि नालंदा में भी जदयू उम्मीदवार रीना यादव की जीत लगभग तय है। आरा सीट पर जेडीयू के राधाचरण शाह की जीत तय मानी जा रही है। यहां तेजस्वी यादव ने अनिल सम्राट को टिकट दिया था लेकिन अनिल सम्राट बेहद कमजोर उम्मीदवार साबित हुए हैं।
तेजस्वी यादव अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के इलाके में भी प्रभाव नहीं दिखा पाए हैं। वैशाली सीट पर राष्ट्रीय राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। इस सीट पर पशुपति पारस की तरफ से उम्मीदवार बनाए गए भूषण यादव ने जीत हासिल की है। भूषण राय की जीत के बाद वहां आरजेडी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। आरजेडी के उम्मीदवार सुबोध राय ने हार के लिए महुआ विधायक मुकेश रोशन को जिम्मेदार ठहराया है।