PATNA : बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर कांग्रेस के अंदर जबरदस्त खेल चल रहा है. कांग्रेस में पिछले 72 घंटे के अंदर 4 दफे उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर अपना स्टैंड बदला है. और इसी उहापोह के बीच कांग्रेस के विधायकों के टूटने का खतरा भी मंडराने लगा है. यही वजह रही कि आज आनन-फानन में कांग्रेस विधायकों को बैठक के लिए बुला लिया गया. दरअसल कांग्रेस नेतृत्व को इस बात की चिंता सता रही है कि उनके विधायक के किसी उम्मीदवार का प्रस्तावक बन सकते हैं. पिछले तीन-चार दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने अंदरूनी खेल खेला है. और इसी खेल की आशंका को लेकर कांग्रेस के नेताओं की आज सुबह सवेरे बैठक बुला ली गई.
फर्स्ट बिहार को मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के विधायक प्रद्युम्न यादव के प्रस्तावक बन सकते हैं. इसी आशंका को देखते हुए आज नेताओं की बैठक बुला ली गई. दरअसल पिछले तीन से चार दिनों में प्रद्युम्न यादव को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता विधायकों के पास से घूम रहे हैं. उनसे मुलाकात कर रहे हैं, और साथ ही समर्थन भी मांग रहे हैं. प्रदुम यादव ने नामांकन दाखिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज भी लिए हैं. अगर उन्हें वाकई नामाकन करना है तो इसके लिए प्रस्ताव के तौर पर विधायकों का हस्ताक्षर चाहिए. कांग्रेस के विधायकों की स्थिति को देखते हुए उन्हें प्रस्तावक बनाने की तैयारी चल रही थी. जिसकी जानकारी पार्टी नेतृत्व को लग गई. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के आवास पर विधायकों समेत अन्य नेताओं का जुटान हुआ. प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा भी पहुंचे.
फर्स्ट बिहार को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक कांग्रेस के कुछ नेता जिन विधायकों के पास प्रदुम्न यादव को लेकर गए, उनमें खगड़िया से आने वाले छत्रपति यादव के साथ-साथ राजापाकर से विधायक प्रतिमा कुमार दास भी शामिल है. हालांकि यह जानकारी नहीं है कि इन विधायकों ने प्रदुम्न यादव के पैरोकार नेताओं को क्या कहा, लेकिन कांग्रेस के विधायक कि नहीं लेफ्ट के विधायकों तक से अप्रोच किया गया. बखरी से विधायक के सूर्यकांत पासवान ने भी इन नेताओं से मुलाकात की थी. मकसद था कि आरजेडी के फैसले से नाराज लेफ्ट के विधायकों को अपने साथ लाया जाए, लेकिन प्लान सफल होने से पहले ही यह बात लीक हो गई, दरअसल विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. विधान परिषद की 7 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए 1 उम्मीदवार को जीत के लिए 31 विधायकों की दरकार है. ऐसे में कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है. मदन मोहन झा ने भी आज की बैठक के बाद फर्स्ट बिहार से बातचीत में कहा है कि हमें अपने संख्या बल के बारे में जानकारी है. विधान परिषद उम्मीदवार की जीत के लिए कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या नहीं है और उम्मीदवार खड़ा कर हम कोई गलत मैसेज नहीं देना चाहते हैं.