PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से 24 सीटों पर विधान परिषद के चुनाव हुए उनमें से ज्यादातर पर नतीजे सामने आ चुके हैं। विधान परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मिलाजुला प्रदर्शन किया है लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल से लेकर डिप्टी सीएम रेणु देवी तक को खुद उनके घर में बड़ा झटका लगा है।
पश्चिम चंपारण सीट पर बीजेपी की करारी हार हुई है। 18 साल से जिस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा वहां इस बार आरजेडी ने अपना झंडा लहरा दिया। पश्चिम चंपारण से ही प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सांसद हैं और डिप्टी सीएम रेणु देवी का विधानसभा क्षेत्र भी यही है। इसके बावजूद यह दोनों नेता अपने घर में ही बीजेपी को हार से नहीं बचा पाए हैं।
एक तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल अपने गृह जिले की सीट पार्टी के लिए नहीं बचा पाए तो वहीं दूसरी तरफ जिस पूर्व एमएलसी का टिकट उनके कहने पर काटा गया उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल कर ली। जी हां सारण सीट से चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरे सच्चिदानंद राय ने जीत हासिल कर ली है। सच्चिदानंद राय सेटिंग थे लेकिन उनका टिकट काटकर बीजेपी ने दूसरे को दे दिया था।
इसके बाद सच्चिदानंद राय ने बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व पर हमला बोला था सच्चिदानंद राय ने सीधा आरोप लगाया था कि बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व उनके खिलाफ साजिश करता रहा और आखिरकार उनका टिकट काट दिया गया। बीजेपी के अपने चेहरे को टिकट दिलवाया उसे जीत नसीब नहीं हुई और अब सच्चिदानंद राय एक बार फिर चुनाव जीतकर विधान परिषद पहुंच गए हैं। सच्चिदानंद राय की जीत डॉ संजय जायसवाल के लिए किसी तमाशे से कम नहीं।
बीजेपी के कई दिग्गज चेहरों के लिए सबसे पतली स्थिति पटना में हो गई पटना में पार्टी के 2 सांसदों राज्य सरकार के मंत्री और आधा दर्जन से ज्यादा विधायक मिलकर भी गठबंधन के उम्मीदवार को जीत नहीं दिलवा पाए। जेडीयू के उम्मीदवार वाल्मीकि सिंह की पटना सीट पर हार हुई और आरजेडी के कार्तिक कुमार चुनाव जीत गए। जाहिर है बीजेपी को जब उसके मजबूत किले में मात मिली हो तो सवाल प्रदेश नेतृत्व से होगा। आने वाले दिनों में डॉक्टर संजय जयसवाल की मुश्किल है अगर पार्टी के अंदर बड़े तो इसमें बहुत अचरज नहीं होगा।