Budh Gochar 2024: ग्रहों के राजकुमार बुध देव ने 24 दिसंबर को नक्षत्र परिवर्तन किया है। बुध देव ने वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र में गोचर किया, जिसमें वे 3 जनवरी, 2025 तक रहेंगे। इसके बाद 4 जनवरी को बुध देव मूल नक्षत्र में प्रवेश करते हुए धनु राशि में गोचर करेंगे। बुध देव के इस नक्षत्र परिवर्तन का असर विभिन्न राशियों पर पड़ेगा, जिससे करियर और कारोबार में नए आयाम खुल सकते हैं।
मिथुन राशि पर बुध देव की कृपा
मिथुन राशि के स्वामी बुध देव हैं और आराध्य भगवान गणेश हैं। बुध देव के ज्येष्ठा नक्षत्र में गोचर से मिथुन राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा।
बिगड़े हुए काम बनेंगे।
कारोबार में तेजी आएगी।
जीवनसाथी और परिवार के साथ संबंध मधुर होंगे।
अपनों का भरपूर प्यार और सहयोग मिलेगा।
बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें और दूर्वा अर्पित करें। इससे शुभ फल प्राप्त होंगे।
वृश्चिक राशि के लिए विशेष लाभ
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव का यह नक्षत्र परिवर्तन शुभ फलदायी रहेगा।
करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी।
रुके हुए कामों में प्रगति होगी।
ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
कारोबार में नए बदलाव देखने को मिलेंगे।
बुधवार को हनुमान जी और भगवान गणेश की पूजा करें। गणेश जी को मोदक और दूर्वा अर्पित करना शुभ रहेगा।
बुध देव और ज्येष्ठा नक्षत्र का महत्व
ज्योतिषीय दृष्टि से बुध देव व्यापार, बुद्धि और वाणी के कारक हैं। ज्येष्ठा नक्षत्र में उनका गोचर इन क्षेत्रों में प्रगति और लाभ का संकेत देता है। बुध के मार्गी चाल में होने से उनके प्रभाव से लोगों को स्पष्ट सोच और निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
उपाय और लाभ
बुध देव की कृपा प्राप्त करने के लिए बुधवार को गणेश जी की पूजा करें।
भगवान गणेश को दूर्वा और मोदक अर्पित करें।
वाणी में मधुरता बनाए रखें और अपनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।
बुध के इस नक्षत्र परिवर्तन से मिथुन और वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। करियर, कारोबार और संबंधों में सकारात्मक परिवर्तन होंगे। बुध देव की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।