ARRAH: आखिरकार 17 दिन बाद सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सुरंग में झारखंड के 15 और बिहार के 5 मजदूर फंसे हुए थे। सबसे पहले झारखंड के खूंटी के रहने वाले विजय होरो सुरंग से बाहर निकले। जिसके बाद एक-एक कर सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। जिसमें बिहार के सबाह अहमद, सोनू शाह, वीरेंद्र किसकू, सुशील कुमार और दीपक कुमार शामिल है।
सबसे पहले सुरंग से बाहर निकले झारखंड के विजय होरो ने अपने माता-पिता और पत्नी से बातचीत की। जिसके बाद सभी मजदूरों को पहले चाय पिलायी गयी फिर एम्बुलेंस के जरिये सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों की निगरानी में सभी मजदूरों को रखा गया है। बता दें कि एक-एक कर जब सभी 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाल लिया गया तब वहां मौजूद लोग भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। पूरा इलाका भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोगों ने आतिशबाजी भी की और अपनी खूशी का इजहार किया। ऐसा लग रहा था कि आज ही दिवाली है।
मजदूरों के परिजन इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाकर रखे हुए थे। जब सभी मजदूरों को सुरंग से निकाल लिया गया तब उन्होंने राहत की सांस ली। परिजनों में इसे लेकर खुशी का माहौल था। उधर बिहार के भोजपुर के पेऊर गांव में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। दरअसल बिहार के पांच मजदूरों में आरा के रहने वाले मजदूर सबाह अहमद भी 17 दिन से सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए थे।
सबाह अहमद के सुरंग से बाहर आने की सूचना मिलते ही परिजन खुशी से झूम उठे। परिवार के लोग सबाह के घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। सबाह के सुरक्षित सुरंग से बाहर निकलने से पूरा परिवार काफी खुश है। जो पिछले 17 दिन से सबाह की सकुशल वापसी के लिए अल्लाह से दुआ कर रहे थे। जैसे ही सबाह के सुरंग से बाहर निकलने की सूचना मिली लोग परिजनों को फोन करने लगे। फोन पर परिजनों को बधाई देने लगे। वही इस ऑपरेशन की सफलता को लेकर परिजन खुदा को शुक्रिया अदा कर रहे है।
वही मजदूरों के सुरक्षित सुरंग से निकाले जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
वही उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि धैर्य, परिश्रम और आस्था की जीत हुई है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह इस दौरान मौजूद थे। उन्होंने सिलक्यारा सुरंग से बचाए गये श्रमिकों से मुलाकात की। रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिन मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाला गया है वो सभी अलग वातावरण से बाहर आए हैं इसलिए डॉक्टरों की सलाह के अनुसार हम काम करेंगे। पहले डॉक्टरों की में उन्हें रखा जाएगा। उनकी निगरानी की जाएगी। राहत की बात है कि कोई भी मजदूर गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस पूरे अभियान में लगे सभी कर्मियों,विशेषज्ञों, विज्ञानिकों,भारत की संस्थाओं को धन्यवाद देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार मेरे संपर्क में थे और बचाव अभियान का अपडेट ले रहे थे। उन्होंने मुझे किसी भी तरह सभी को सुरक्षित बचाने की जिम्मेदारी दी थी। उनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। उन्होंने अभी मुझसे बात की और निर्देश दिया कि सभी का मेडिकल चेक-अप किया जाए और मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। वही केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन में जितने साधन जुटाए गये इतने किसी और ऑपरेशन में नहीं जुटाए गये होंगे। देश के प्रधानमंत्री ने जरूरत की सभी चीजे मुहैया करवाई।