MOTIHARI: बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सरकार लाख दावे कर लें लेकिन शिक्षा व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल यह वीडियो पूर्वी चंपारण के मधुबन स्थित श्रीविष्णु प्रकाश उच्च विद्यालय से सामने आई है। जहां मैट्रिक परीक्षा से पहले ली जाने वाली सेंटअप एक्जाम में छात्रों ने परीक्षा का जमकर मखौल उड़ाया। सेंटअप परीक्षा के दौरान छात्र खुलेआम नकल करते दिखे और मोबाइल पर अश्लील गाना बजाते भी नजर आए। आश्चर्य की बात है कि परीक्षा के दौरान क्लास में मोबाइल ले जाने की अनुमति छात्रों को किसने दे दी। यही नहीं स्कूल में एक्जाम के दौरान मात्र 4 शिक्षक ही मौजूद थे जबकि प्रधानाचार्य स्कूल से नदारद दिखे।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक की सेटअप परीक्षा श्रीविष्णु प्रकाश उच्च विद्यालय मधुबन में हुई। जहां परीक्षा दे रहे छात्रों ने इस जांच परीक्षा का जमकर मखौल उड़ाया और खुलेआम मोबाइल से नकल करते दिखे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे परीक्षा के दौरान बच्चे अश्लील भोजपुरी गाना बजाकर परीक्षा देते नजर आ रहे हैं।
सेंटअप परीक्षा के दौरान मात्र चार शिक्षक विद्यालय में मौजूद थे। वही पंचायत चुनाव कार्यक्रम के वजह से प्राचार्य विद्यालय में अनुपस्थित पाए गए। इस दौरान छात्रों में भी शिक्षकों का खौफ नहीं दिख रहा है। क्लास में बगैर शिक्षक के कदाचार में लिप्त होकर छात्र परीक्षा देते नजर आए।
दरअसल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 12 से 20 नवम्बर तक का समय विद्यालय को अपने यहां परीक्षा आयोजित करने के लिए दिया है। सेंटअप एक्जाम में दिलचस्प बात यह भी रही कि सभी स्कूलों को एक ही प्रश्नपत्र दिया गया। ऐसे में प्रश्नपत्र एक ही रहने से छात्रों को नकल करने में परेशानी नहीं हुई। छात्रों को नकल करने का भी पूरा मौका मिल गया।
बता दें कि मैट्रिक परीक्षा से पहले सेटअप परीक्षा ली जाती है। इसमें यह देखा जाता है कि मैट्रिक परीक्षा के लिए छात्रों की तैयारियां कितनी है। बच्चे मैट्रिक की मुख्य परीक्षा के लिए कितने तैयार हैं। लेकिन जब सेंटअप की परीक्षा में ही बच्चे इस तरह नकल करेंगे और पास हो जाएगे लेकिन यह आदत आगे भी यदि बनी रही तो यह छात्रों के परेशानी का सबब बन जाएगी। ऐसा कर छात्र अपना भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। नकल करते छात्रों के वायरल वीडियो पर मधुबन के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।