MUZAFFARPUR : कानून का पालन करना सिर्फ आम जनता का काम है। पुलिस, नेता-विधायक क़ानून के बंधन से परे हैं।लगता तो यहीं है। एक पुलिसवाले को पत्रकार को टोकना महंगा पड़ गया। वो बुरी तरह भड़क गया और पत्रकार को गालियां दी। अब इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए एसएसपी जयंतकांत ने आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया है।
मुजफ्फरपुर के सरैयागंज टावर पर एक दोरागा लोगों से मास्क पहन कर रोड पर निकलने और घर में ही रहने की अपील कर रहा था लेकिन उसने खुद मास्क नहीं लगाया था। स्थानीय चैनल के पत्रकार ने जब पुलिसकर्मी को बिना मास्क के देखा तो उससे सवाल कर बैठा "सर, आपने मास्क क्यों नहीं लगाया है?"पत्रकार का सवाल सुनते ही पुलिसकर्मी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और त्वरित प्रतिक्रिया में उन्होंने पत्रकार का माइक आईडी छीन लिया और गाली देते हुए धक्का दे दिया। हालांकि मिली जानकारी के अनुसार मामला बढ़ता देख अन्य पत्रकारों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया।
गौरतलब है कि एकतरफ बिहार पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे पुलिसकर्मियों से जनता और पत्रकारों के दिल में जगह बनाने की अपील करते हैं। अक्सर वीडियो के माध्यम से और मीटिंग में भी यही कहते नजर आते हैं लेकिन पुलिसवाले हैं कि डीजीपी साहब की भी नहीं सुनते हैं। बता दें कि पत्रकारों की पिटाई और दुर्व्यवहार का यह कोई पहला मामला नहीं है, आए दिन सूबे के किसी न किसी शहर में इस तरह की घटना होती रहती है।वहीं मामला संज्ञान में आते हैं वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने आरोपित दारोगा को तत्काल प्रभाव से सेवा से निलंबित कर दिया है।