Bihar Surveillance Raids: सुबह सुबह निगरानी विभाग की रेड, शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण के कई ठिकानों पर चल रही छापेमारी, जानिए क्या है पूरा Nepal Political Crisis: 8 साल पहले महाभियोग झेलीं सुशीला कार्की, अब बनेंगी नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री; जान लें... क्या है इनकी कहानी Bihar Election 2025 : कांग्रेस ने फिर तेजस्वी को CM पद का दावेदार मानने से इनकार किया, कहा - जनता करेगी फैसला, सीट शेयरिंग में मनपसंद क्षेत्र चाहिए Bihar Crime News: बिहार में अब हाईस्कूल के गार्ड को मारी गोली, चारो अपराधी फरार.. BSEB : इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, यह है लास्ट डेट; वोकेशनल कोर्स के लिए भी शुरू हुई प्रक्रिया Devi Bhojpuri Singer: भोजपुरी सिंगर देवी बनीं सिंगल मदर, कहा- "अब सब कुछ मिल गया" Railway News : रेलवे का बड़ा फैसला: पटना-कोलकाता गरीब रथ एक्सप्रेस का नाम बदला, जानिए नया रुट और टाइमिंग BPSC Bihar Govt Job 2025: बिहार नगर विकास विभाग में निकली बंपर वैकेंसी, BPSC भर्ती नोटिफिकेशन जारी; जानिए... पूरी डिटेल Cyber Crime: EOU की जांच में चौंकाने वाला खुलासा, बिहार से ऑपरेट हो रहा था अंतरराज्यीय आधार फ्रॉड; तीन गिरफ्तार Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट
1st Bihar Published by: Updated Mon, 16 Mar 2020 12:44:49 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में महागठबंधन के अंदर सिरफुटौव्वल जारी है। कांग्रेस और आरएलएसपी के बाद अब हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी आरजेडी पर आंखें तरेरी हैं। उन्होनें साफ कह दिया है कि महागठबंधन की सभी पार्टियां मार्च तक इंतजार कर रही है अगर इस दौरान आरजेडी अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ती है तो फिर सभी सहयोगी अपना-अपना निर्णय लेने को स्वतंत्र हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। उन्होनें कठोर शब्दों में आरजेडी को चेतावनी दे दी है कि जल्द कोर्डिनेशन कमिटी का गठन करें और सभी पार्टियों को साथ लेकर चलने की कोशिश करें तभी ये महागठबंधन चल पाएगा। उन्होनें आरजेडी को मार्च महीने तक अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इस महीने के अंत तक कोई फैसला हो जाना चाहिए नहीं तो महागठबंधन की सभी पार्टियां अपना-अपना फैसला लेने को स्वतंत्र हैं। मांझी के इस ऐलान के बाद महागठबंधन की राजानिती गरम हो गयी तो सत्ता पक्ष भी इस पर तंज कसने से बाज नहीं आ रहा।
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने मांझी को उनकी हैसियत बतानी शुरू कर दी है। उन्होनें कहा कि मांझी अपनी पार्टी के अकेले विधायक हैं और लालू जी की कृपा से उनके बेटे संतोष मांझी को एमएलसी बनाया गया फिर भी अगर वे बड़े भाई की भूमिका निभाना चाहते हैं तो वे स्वतंत्र हैं। आरजेडी को बड़े भाई की भूमिका निभाना का कोई शौक नहीं है। आरजेडी ने कभी किसी पार्टी की अनदेखी नहीं की है।
इधर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि फिलहाल अभी पार्टी के सामने राज्य सभा चुनाव और मध्य प्रदेश का संकट सामने है उससे निपटने के बाद ही बिहार के मसले पर पार्टीआलाकमान मिल बैठ पर बिहार के मसले पर फैसला लेगा कि कौन महागठबंधन का चेहरा होगा। वहीं जेडीयू नेता श्याम रजक ने पूरे मामले पर चुटकी लेते हुए कहा है कि महागठबंधन में परिवारवाद हावी है। आरजेडी धन बचाओ पार्टी है। वहां सिर फुटौव्वल या फिर पैर फुटव्वल हमें क्या लेना देना एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है।
बता दें कि आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी को आईना दिखाते हुए यहां तक कह दिया था कि वह चाहे तो यादव की राजनीति भी कर सकते हैं और कोई भी उन्हें रोक नहीं सकता। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन का चेहरा कौन होगा इसको लेकर अभी सार्वजनिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों और प्रकोष्ठ के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी के खिलाफ काफी आक्रामक रूख दिखाया था वहीं बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी यादव को चिठ्ठी लिख कर राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट को उतारने की बात याद दिलायी थी बावजूद इसके आरजेडी ने कोई तरजीह नहीं देते हुए अपना कैंडिडेट उतारा। जिसके बाद दोनों पार्टियों के बीच तल्खियां बढ़ गयी हैं।