PATNA : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही कांग्रेस विधायकों में मंत्री बनने की होड़ लगी हुई है. कांग्रेस कोटे से 4 मंत्री पद मिलना है लेकिन पार्टी के अंदर सभी विधायक मंत्री बनने के लिये बेचैन हैं. इधर, कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने पार्टी के भीतर मंत्री पद को लेकर मचे घमासन पर चुप्पी साध ली है. हालांकि यह भी तय है कि अंतिम फैसला आलाकमान को ही करना है. जिसकी वजह से कांग्रेस के विधायकों में खलबली मची हुई है.
इसी बीच राजापाकर की कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने भी अपनी दावेदारी पेश कर दी है. प्रतिमा दास ने बिहार प्रभारी भक्तचरण दास के सामने अपनी मांग रखी है. राजापाकर की विधायक प्रतिमा दास जो की सुरक्षित सिट से आती हैं. प्रतिमा दास का कहना है कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं को हर क्षेत्र में आरक्षण देते हैं लेकिन कांग्रेस में महिलाओं की अनदेखी की जा रही है. प्रतिमा दास का कहना है की कांग्रेस कोटे से उन्हें मंत्री बनाया जाना चाहिए क्योंकि वे महिला हैं और मंत्री पद की एस सीट महिला को मिलनी चाहिए।
प्रतिमा दास ने कहा है कि मंत्री पद की मांग करने वालों में से तीन लोग पहले से ही किसी न किसी पद पर हैं, बावजूद वे लोग भी मंत्री पद की दावेदारी पेश कर रहे हैं. जबकि पार्टी के सिद्धांत की बात करें तो एक पद पर एक व्यक्ति के रहने का नियम है. प्रतिमा आलाकमान के पास भेजे जाने वाले लिस्ट में अपना नाम भी देने की बात कही है. बता दें कि संभावित उम्मीदवारों में अजीत शर्मा, शकील अहमद खान, डा. मदन मोहन झा, राजेश राम और अफाक आलम का नाम सामने आ रहा है हालांकि फैसला आलाकमान को करना है. अब देखना है कि आलाकमान का क्या फैसला आता है.