PATNA: बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा( HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी पर एनडीए ने डोरे डालने शुरू कर दिए हैं।मांझी को एनडीए में इंट्री का ऑफर मिला है। बीजेपी के ओर से मिले ऑफर में कहा गया है तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उन्हें महागठबंधन में सम्मान नहीं मिल सकता है। अपना स्वाभिनमान बचाना है तो पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार कर एनडीए में आ जाइए।
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जीतन राम मांझी जैसे सम्मानित और पुराने नेता के साथ दो दिनों से राजनीति करने वाले तेजस्वी यादव व्यवहार कर रहे हैं वैसे में मांझी जी का स्वाभिमान महागठबंधन में बचा नहीं रह सकता। तेजस्वी यादव लगातार जीतन राम मांझी को अपमानित तक रहे हैं। मांझी के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं कि उन्हीं की कृपा से मांझी जी बेटे को एमएलसी बनाया गया। उन्होनें कहा कि जीतन राम मांझी अगर कोर्डिनेशन कमिटी की मांग कर रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं। लेकिन महागठबंधन में तेजस्वी यादव के रहते उन्हें सम्मान मिलना मुश्किल है। जीतन राम मांझी को अब फैसला लेना चाहिए कि वे मोदी-नीतीश का नेतृत्व स्वीकार करें । वे एनडीए के पुराने सहयोगी रहे हैं वे वापस आते हैं तो उनका स्वागत है।
वहीं बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय को अमंगल कहने पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें सरकार को कोसने से पहले उस वक्त को देख लेना चाहिए जब उनके माता-पिता का शासन बिहार में था तब हॉस्पिटलों का क्या हाल था ? पीएचसी का बुरा हाल था ना वहां रूई था और न ही सुई था। लेकिन आज पीएचसी में लोगों का विश्वास बढ़ा है मरीज इलाज को वहां पहुंच रहे हैं। वे चुनाव कैसे जीते थे पहले ये तो सोचे नीतीश कुमार के बदौलत चुनाव जीत कर चले आए थे, पहले अपने बूते चुनाव जीतकर आए तब बात करें।
वहीं पप्पू यादव पर तंज कसते हुए प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वे खाद नहीं गोबर हैं। खुद को बिहार की राजनीति का नया खाद बताते चल रहे हैं। आज पप्पू यादव की पॉलिटिक्स हाशिये पर चली गयी है, केवल अनाप-शनाप बकने से सिवा उन्हें और कोई काम नहीं है। पिछले चुनाव में ही मुंह की खाने के बाद वे अभी तक नहीं जान पाए हैं कि वे खाद नहीं गोबर हैं।