मंगल पांडेय और तेजस्वी पर PK का बड़ा हमला, दोनों ने मिलकर बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को चौपट किया

मंगल पांडेय और तेजस्वी पर PK का बड़ा हमला, दोनों ने मिलकर बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को चौपट किया

EAST CHAMPARAN: जनसुराज पदयात्रा के दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मीडिया को संबोधित किया। बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने तत्कालीन और वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री पर जमकर हमला बोला। कहा कि पहले स्वास्थ्य विभाग बीजेपी के पास था। मंगल पांडेय इस विभाग के मंत्री थे और अब यह विभाग राजद के हाथ चला गया है। तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री हैं। लेकिन आज तक बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं सुधर पायी है। मंगल पांडेय और तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य सेवाओं को चौपट कर दिया है। ग्रामीण इलाकों का हाल तो और बुरा है।


इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश जी को 2025 तक इंतजार नहीं करना चाहिए। उन्हें अभी ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना देनी चाहिए। चुनाव के वक्त नया फेस देने का क्या फायदा? जब नीतीश कुमार ने यह घोषणा कर ही दिया है कि तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन चुनाव लड़ेगा तो 2025 तक इंतजार करने का क्या मतलब?


गौरतलब है कि जनसुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर पूर्वी चंपारण के मधुबन प्रखंड पहुंचे जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि शिवहर के बाद वे गोपालगंज जाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे बड़ी समस्या पलायन और बेरोजगारी है। शायद ही ऐसा कोई परिवार होगा जिनके सदस्य कमाने के लिए दूसरे प्रदेश नहीं गये होंगे। पचास प्रतिशत लोग कमाने के लिए बिहार से पलायन कर रहे हैं। मनरेगा की बात करते हुए कहा कि मनरेगा को तो लोग पूरी तरह से भूल गये हैं। 


सौ दिनों की जगह 40 दिन ही रोजगार लोगों को मिल रहा है। इतनी बड़ी संख्या में लोग मजदूरी के लिए बाहर जा रहे हैं जो चिंताजनक है। आंकड़ों के माध्यम से उन्होंने बताया कि बिहार में 60 प्रतिशत लोग भूमिहीन हैं और राष्ट्रीय स्तर पर 38 प्रतिशत लोग ऐसे है जिनके पास जमीन नहीं है। पलायन की वजह बाढ़ और भूमिहीन होना है। जमीन नहीं रहने के कारण लोग कृषि भी नहीं कर पाते हैं। 


वहीं एसएससी प्रश्नपत्र लिक मामले पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि यह रोजमर्रा की घटना बन गयी है। पिछले दस वर्षों में कई परीक्षा के पेपर बिहार में लिक हुए लेकिन जवाबदेही कोई नहीं ले रहा है। पिछली बार बीपीएससी का पेपर लिक हुआ था। तब जिस व्यक्ति को पकड़ा गया था। अगले दिन शिक्षा मंत्री के साथ उसकी फोटो छपी थी। प्रश्न पत्रों का लिक होना खबर नहीं है बिना प्रश्न पत्र लिक हुए एक्जाम होना न्यूज है। आगे उन्होंने कहा कि जो योग्य लड़के हैं जो मेहनत कर रहे हैं उनके पास पैसा देने और भ्रष्ट माध्यमों को इस्तेमाल करने के उपाय नहीं है। जिसके कारण उनके लिए बिहार में नौकरी मिलना बेहद मुश्किल है।