मंडप की जगह अस्पताल पहुंच गए दूल्हा और बाराती, इंतजार करती रह गई दुल्हन ; नहीं पहुंची बारात

मंडप की जगह अस्पताल पहुंच गए दूल्हा और बाराती, इंतजार करती रह गई दुल्हन ; नहीं पहुंची बारात

MADHUBANI : मधुबनी के झंझारपुर प्रखंड के कोईलख गांव से मन में कई अरमान संजोए अपनी बारात लेकर निकला दूल्हा बारातियों के साथ अस्पताल पहुंच गया। बारात फुलपरास के एकडारा गांव के लिए निकली तो जरूर लेकिन वहां पहुंच नहीं सकी। दुल्हन के साथ-साथ उसके घर वाले बारात के इंतजार में बैठे रह गए। सैकड़ों बाराती और गाजे-बाजे के साथ शादी रचाने निकला दूल्हा सड़क हादसे का शिकार हो गया।


इस घटना के बाद दूल्हा और दुल्हन दोनों के घरों में खुशी की जगह मातम छा गया है। दूल्हा समेत 8 अन्य बाराती गंभीर हालत में डीएमसीएच, दरभंगा में भर्ती हैं। दूल्हे के चेहरे पर जबरदस्त चोट आई है। उसका जबड़ा टूट गया है। जबकि उसके चेहरे पर कुल 21 टांके लगे हैं। दूल्हे के साथ स्कॉर्पियो में सवार दूल्हे के मामा समेत कुल 8 बाराती भी बुरी तरह घायल हो गए। दूल्हा के अलावा वर्षा कुमारी भी गंभीर स्थिति में डीएमसीएच रेफर की गई है। 


जानकारी के अनुसार, कोईलख गांव निवासी विनोद साहू के 28 वर्षीय पुत्र दिवाकर साहू का विवाह एकडारा (फुलपरास) में तय हुआ था। दूल्हा के मामा भैरव स्थान थानाक्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी मोहन साह भांजे के विवाह में शामिल होने के लिए ड्राइवर बने थे। उनके साथ गाड़ी में उनके पुत्र, पुत्री समेत अन्य लोग भी मौजूद थे। दुल्हन के घर पहुंचने से कुछ दूर पहले ही रात के समय स्कॉर्पियो पलट गई। 


जिसके बाद दूल्हा दिवाकर साहू, उसके मामा मोहन साहू, मोहन साहू की पुत्री 14 वर्षीय आराध्या गुप्ता, सुधीर कुमार गुप्ता की 11 वर्षीय पुत्री साक्षी कुमारी को अररिया के एलके मेमोरियल अस्पताल लाया गया। जहां दूल्हा को गंभीर स्थिति में चेहरे पर 21 टांके देकर तुरंत दरभंगा रेफर कर दिया गया। घटना में घायल चार अन्य घायलों में 18 वर्ष की वर्षा कुमारी, 17 वर्षीय शिवानी कुमारी, 13 वर्षीय दुर्गेश कुमार और 13 वर्षीय रोशन कुमार को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया। जहां 18 वर्षीय वर्षा कुमारी के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे रात में ही डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।


इस दुर्घटना के बाद एकडारा (फुलपरास) में मांगलिक कार्य रुक गया। लड़की के घर बज रही शहनाई पर अचानक ब्रेक लग गया। लड़की पक्ष के लोग दूल्हा और बारात के इलाज के लिए घटना के बाद से ही दौड़ लगाते रहे। घटना के बाद उनका कोई भी परिजन कुछ भी कैमरा पर बोलने से परहेज कर रहा है। दोनों की घरों में खुशी की जगह सन्नाटा पसर गया है।