महीने भर बाद रविशंकर प्रसाद के कदम पटना में पड़े, वर्चुअल मीटिंग करके वापस लौटे, कहा- डीएम ने अस्पताल-वैक्सीनेशन सेंटर जाने नहीं दिया

महीने भर बाद रविशंकर प्रसाद के कदम पटना में पड़े, वर्चुअल मीटिंग करके वापस लौटे, कहा- डीएम ने अस्पताल-वैक्सीनेशन सेंटर जाने नहीं दिया

PATNA : पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद के कदम अपने संसदीय क्षेत्र में आखिरकार एक महीने एक दिन बाद पड़ ही गये. रविशंकर प्रसाद शुक्रवार को पटना आये, कुछ नेताओं-अधिकारियों के साथ मीटिंग की औऱ फिर दिल्ली रवाना हो गये. सवाल उठते ही कि मीटिंग ही करनी थी तो फिर पटना आने की क्या जरूरत थी. वो तो भी दिल्ली से भी वर्चुअल तरीके हो सकती थी. रविशंकर ने कहा-पटना डीएम ने उन्हें अस्पताल औऱ वैक्सीनेशन सेंटर जाने से रोक दिया.


रविशंकर पटना आये औऱ गये
पटना के लोगों को पता ही नहीं चला कि उनके सांसद पटना आये भी थे. शुक्रवार को रविशंकर प्रसाद ने खुद प्रेस रिलीज जारी किया तब पता चला कि उनके कदम पटना में पड़े थे. रविशंकर के प्रेस रिलीज की शुरूआत ही सफाई देने के तरीके से हुई, देखिये प्रेस रिलीज की शुरूआत में उन्होंने क्या लिखा “श्री रविशंकर प्रसाद  केन्द्रीय विधि व न्याय, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, भारत सरकार आज अपने क्षेत्र के दौरे पर थे और उनकी बहुत इच्छा थी कि वे स्वयं पटना के कुछ अस्पतालों का निरीक्षण करे, वैक्सीन केन्द्रो में जाए और सामुदायिक किचेन का जाकर निरीक्षण करे लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा उनको ये सलाह दी गई कि लॉकडाउन के नियमों के कारण उनका स्वयं जाकर निरीक्षण करना उचित नही होगा.”


जाहिर है रविशंकर प्रसाद की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा जा रहा था कि वे अपने संसदीय क्षेत्र पटना में कोरोना से त्राहिमाम कर रहे लोगों से इसलिए नहीं मिल पाये क्योंकि पटना के जिलाधिकारी ने उन्हें मना कर दिया. 


विधायकों-डीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग
जब डीएम ने मना कर दिया तो रविशंकर प्रसाद ने पटना साहिब संसदीय क्षेत्र के चारों BJP विधायक  नन्दकिशोर यादव, अरूण सिन्हा, पथ निर्माण मंत्री नीतिन नवीन,  संजीव चैरसिया और भाजपा पटना महानगर के अध्यक्ष अभिषेक कुमार के साथ पटना के जिलाधिकारी औऱ दूसरे पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की.



रविशंकर प्रसाद  ने पटना डीएम को कहा कि विभिन्न अस्पतालों में कितने खाली बेड, कितने आई.सी.यू. और वेन्टिलेटर बेड उपलब्ध है इसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों और जनता के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होना चाहिए ताकि बीमारी की अवस्था में जनता को राहत मिले. साथ ही टेस्टिंग की रिपोर्ट 48 घण्टे के अन्दर उपलब्ध हो इसकी पूरी कोशिश की जाए तथा वैक्सिेनेशन की प्रक्रिया में तेज गति लायी जाए. 



पटना के डीएम ने रविशंकर प्रसाद को सूचना दी कि अब जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. रविशंकर  प्रसाद की ओऱ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पटना डीएम ने बैठक  में खास तौर पर उल्लेख किया कि मंत्री जी की कोशिश से टिस्को जमशेदपुर औऱ बोकारो स्टील प्लांट से पटना को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल पाया.