चार्टर से दिल्ली नहीं जायेंगे सच्चिदानंद राय, महाराजगंज से लोकसभा का अगला चुनाव लड़ेंगे

चार्टर से दिल्ली नहीं जायेंगे सच्चिदानंद राय, महाराजगंज से लोकसभा का अगला चुनाव लड़ेंगे

PATNA : निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधान परिषद का चुनाव जीतने वाले सच्चिदानंद राय फिलहाल बीजेपी की झोली में जाने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। सारण सीट से सच्चिदानंद राय का टिकट बीजेपी ने काट दिया था लेकिन इसके बावजूद ना केवल वह चुनाव में उतरे बल्कि जीत भी हासिल की। अब सच्चिदानंद राय एक बार फिर विधान परिषद में है और भूमिहार जाति से आने वाले राय ने दो टूक ऐलान कर रखा है कि जब तक उनकी जाति के नेताओं को बीजेपी बंधुआ मजदूर समझेगी तब तक जवाब मिलता रहेगा। पिछले दफे जब सच्चिदानंद राय नाराज हुए थे तो उन्हें चार्टर प्लेन से दिल्ली बुलाकर बीजेपी नेतृत्व ने बात की थी लेकिन इस बार सच्चिदानंद राय चार्टर का सफर करने के मूड में नजर नहीं आते। सच्चिदानंद राय ने अब विधान परिषद चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव पर नजरें गड़ा दी हैं। 


दरअसल विधान परिषद चुनाव में अपनी जीत से उत्साहित सच्चिदानंद राय ने साल 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। सच्चिदानंद राय ने खुला ऐलान करते हुए कहा है कि वह 2024 में महाराजगंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। महाराजगंज सीट से फिलहाल बीजेपी के ही सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल हैं। सिग्रीवाल और सच्चिदानंद राय के बीच 36 का आंकड़ा है। ऐसे में सच्चिदानंद राय ने खुला ऐलान किया है कि 2024 में महाराजगंज सीट पर वह सांसद सिग्रीवाल की गंदी राजनीति का अंत करेंगे। हालांकि सच्चिदानंद राय ने यह साफ नहीं किया है कि वह 2024 में किस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे लेकिन उन्होंने खुलकर इतना जरूर कहा की जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के खिलाफ वह सांसद से लेकर वार्ड पार्षद तक का चुनाव लड़ने को तैयार है। 


सच्चिदानंद राय ने कहा है कि महाराजगंज में बदलाव जरूरी है और यह होकर रहेगा। सच्चिदानंद 2019 में भी महाराजगंज से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके थे लेकिन बीजेपी ने उन्हें मौका नहीं दिया। इस बार उनके तेवर ज्यादा सख्त नजर आ रहे हैं और उन्होंने कहा है कि जो भी फैसला लेना पड़ेगा लेने को तैयार हैं। लोकसभा चुनाव के लिए मेरे पास फिलहाल 20 महीने का वक्त है। उन्होंने यह भी कहा है कि कई पार्टियों की तरफ से उन्हें लगातार ऑफर मिल रहा है लेकिन फिलहाल वह सारण का विकास अपने एजेंडे में सबसे ऊपर रखना चाहते हैं। इतना ही नहीं बीजेपी में दोबारा शामिल होने को लेकर जब सवाल किया गया तो सच्चिदानंद राय ने इतना जरूर कहा कि बीजेपी उनकी पुरानी पार्टी है और आगे क्या परिस्थितियां बनती हैं देखना होगा हालांकि चर्चा इस बात की भी है कि सच्चिदानंद राय अपने बेटे को महाराजगंज के चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। पिछले दिनों जब सच्चिदानंद राय का टिकट कट गया था तो उनके बेटे ने ही चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति बनाई और आखिरकार सच्चिदानंद राय जीत हासिल कर विधान परिषद पहुंचे।