DESK: देश में बढ़ती महंगाई से लोग खासे परेशान हैं। इस बड़ी समस्या से आम जनता को राहत अब तक नहीं मिल पा रही है लेकिन नेताओं के अजीबोगरीब बयान सामने जरूर आ रहे हैं। अबकी बार मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री का बयान निकलकर सामने आया है। बीजेपी के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है। मंत्री जी कहते हैं कि जब आम आदमी की आमदनी बढ़ी है तो महंगाई भी स्वीकारनी पड़ेगी। हर चीज तो सरकार फ्री में नहीं दे सकती।
एमपी के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे तभी इसी दौरान उनसे महंगाई से जुड़ा सवाल पत्रकारों ने पूछा फिर क्या था मंत्री जी महंगाई को लेकर जो बयान दिए वो आपके सामने है। मंत्री जी ने कहा कि मैं इस पर आपसे प्रैक्टिकली बात करना चाहूंगा। महंगाई बढ़ी है तो क्या आम आदमी की आमदनी नहीं बढ़ी है? अगर आदमनी बढ़ी तो वो हमकों और आपको सबको यह स्वीकार है तो थोड़ी-बहुत महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए।
हर चीज तो सरकार फ्री में नहीं दे सकती है। सरकार को राजस्व भी इसी से मिलता है। सभी विकास कार्य भी चलते हैं। पब्लिक को समझना चाहिए कि हमारी आमदनी बढ़ रही है तो महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया आगे कहते है कि आप यह नहीं कह सकते कि 10 साल पहले मुझे 6 हजार तनख्वाह मिलती थी और आज 50 हजार मिल रही है तो आप कहें कि पेट्रोल डीजल की कीमत वही रहे जो 10 साल पहले थी। यह संभव ही नहीं है।
मंत्री जी को जब बताया गया कि कोरोना महामारी के कारण लोग परेशान रहे और अब महंगाई की समस्या लोगों को झेलनी पड़ रही है। इस पर भी मंत्री ने कहा कि महंगाई कभी वर्तमान दर से नहीं नापी नहीं जाती। यदि कोविड हुआ और कामकाज बंद हो गया तो आपको पिछले 5 साल का आंकड़ा निकालना पड़ेगा।
मंत्री जी कहते हैं मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि किस वर्ग की महंगाई नहीं बढ़ी। क्या जिन कर्मचारियों को 5 हजार मिलती थी उन्हें आज 25-30 हजार नहीं मिल रहे? क्या व्यापारियों को अधिक मूल्य नहीं मिल रहा? क्या सब्जी पैदा करने वाला का मूल्य नहीं बढ़ा? क्या दूध उत्पादन करने वाला का रेट नहीं बढ़ा। आमदनी तो प्रत्येक वर्ग की बढ़ी है। क्या कांग्रेस सरकार में महंगाई नहीं बढ़ी थी?''