DESK : सचिवालय में तैनात एक अधिकारी को महिला संविदाकर्मी से छेड़खानी करना महंगा पड़ गया. महिला ने उसके साथ हुई छेड़छाड़ का वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया. इसके अलावा महिला ने अधिकारी के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी लेकिन शिकायत के 12 दिन बाद पुलिस ने आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार किया.
अनु सचिव इच्छाराम यादव
मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित सचिवालय का है. बताया जाता है कि हसनगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता अल्पसंख्यक विभाग में संविदा पर तैनात हैं. पीड़िता ने अलसंख्यक कल्याण विभाग में तैनात अनु सचिव इच्छाराम यादव पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. उसका कहना है कि इच्छाराम 2018 से लगातार छेड़छाड़ करता है.
छेड़छाड़ की हद जब पार हो गई तो पीड़िता ने आरोपी अनु सचिव का वीडियो बना लिया, जिसमें साफ तौर से देखा जा सकता है कि आरोपी अनु सचिव युवती के साथ छेड़छाड़ कर रहा है. वीडियो में महिला बचने का प्रयास कर रही है, लेकिन आरोपी जबरदस्ती करता है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि विरोध पर नौकरी से निकलवाने की धमकी दी जाती रही है.
पीड़िता ने इस मामले को लेकर हुसैनगंज थाने में केस दर्ज कराया था. एडीसीपी सेंट्रल ख्याति गर्ग के मुताबिक, इस पूरे मामले में मुकदमा 29 अक्टूबर को दर्ज किया जा चुका है और आगे की विवेचना प्रचलित है, इस महिला को बयान दर्ज करने के लिए दो-तीन बार बुलाया गया है, दोनों तरफ के जो भी साक्ष्य होंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
लेकिन अब वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी अनुसचिव इच्छाराम यादव को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी FIR दर्ज कराने के 12 दिन बाद हुई है. गिरफ्तारी में इतना लंबा समय लगने की वजह से पुलिस की भी काफी फजीहत हो रही है.