लोकसभा में पहली बार बोले दिनेश लाल निरहुआ, भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा देने की उठाई मांग

लोकसभा में पहली बार बोले दिनेश लाल निरहुआ, भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा देने की उठाई मांग

DELHI : आजमगढ़ से बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ आज पहली बार लोकसभा में बोले। इस दौरान उन्होंने सदन में पुरजोर तरीके से भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा देने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि विश्व के 16 देशों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है लेकिन अभी तक इसे संवैधानिक दर्जा नहीं मिला। इसको लेकर 18 बार प्राइवेट मेंबर बिल भी सदन में आ चुका है लेकिन अफसोस की बात है कि भोजपुरी को अभी तक संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया।


निरहुआ ने कहा कि लंबे समय में सदस्य इस मांग को सदन में उठा रहे हैं। भोजपुरी भाषी लोगों की यह सबसे बड़ी मांग है लेकिन इतना वक्त बीत जाने के बावजूद भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं हो सका है। समय आ गया है कि हमें अपनी भाषा को लेकर सजग होने की जरूरत है। भाषा का विकास होगा तभी सही मायने में देश का विकास हो सकेगा। सांसद दिनेश लाल यादव ने कहा कि भोजपुरी का हक है कि उसे संविधान के 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। जब बाकी देशों में भोजपुरू को सम्मान मिल रहा है तो अपने देश में क्यों नहीं।


बता दें कि उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने भोजपुरी एक्टर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को अपना उन्मीदवार बनाया था। उपचुनाव में शानदार जीत के बाद निरहुआ ने बीते 18 जुलाई को लोकसभा के मानसून सत्र के पहले दिन बीजेपी सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण किया था। शपथ लेने के बाद निरहुआ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर आशीर्वाद लिए थे।