AGRA: एक बुजुर्ग की मौत हो गई. खबर सुन आसपास के सैकड़ों लोग पहुंचे गए. घर पर भीड़ जमा देख बेटे को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आए लोगों को कैसे भेजा जाए. वह पिता की मौत के बाद रो रोकर परेशान था. उसने हाथ जोड़कर आने वाले लोगों से कहा कि लॉकडाउन है. आपलोग अपने घर लौट जाइये.
अंतिम संस्कार में शामिल हुए 10 लोग
कोरोना के डर और लॉकडाउन को हवाला देते हुए युवक के आग्रह को देख लोग धीरे-धीरे वहां से लोग जाने लगे. इस दौरान सिर्फ 10 लोग रहे. जो अंतिम संस्कार के लिए रूक गए.
अंतिम यात्रा में शामिल होने से भी लोगों को रोका
मृतक के बेटे ने कहा कि आप लोग अंतिम यात्रा में भी मत शामिल होइये. ये वक्त ठीक नहीं है. अगर आप चाहते हैं कि मेरे पिता की आत्मा को शांति मिले तो आपलोग अपने घरों से ही मेरे पिता के लिए प्रार्थना किजिए. वहां पर आप सुरक्षित रहेंगे. शाहगंज क्षेत्र के भोगीपुरा में प्रभाकर लोधी की मौतो हो गई थी. परिजनों के चीख पुकार के बाद आसपास के लोग जुट गए थे. बता दें कि देश के कई जगहों पर अंतिम संस्कार या शादी समारोह में जुटने वाले लोगों पर केस दर्ज भी हो गया है. सभी पर लॉकडाउन तोड़ने का आरोप लग रहा है. इसलिए परिवार के लोग थी सतर्क हैं कि अधिक भीड़ न जुटे.