PATNA: लंबे अर्से के बाद चाचा और भतीजे की आज मुलाकात हुई। बिहार में सरकार बदलने के बाद नीतीश और तेजस्वी की पहली वन टू वन मुलाकात हुई। बताया जाता है कि दोनों नेताओं के बीच 65 फीसदी आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही बिहार राज्य सूचना आयोग के दो सदस्यों का पद खाली होने के बाद सर्वदलीय बैठक हुई। जिसमें आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। इस बैठक के बाद तेजस्वी ने CM नीतीश से मुलाक़ात की। दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद बिहार में एक बार फिर कयासों का बाजार गर्म हो गया।
सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच 8 महीने के बाद मुलाकात हुई। सूचना आयुक्त के पद पर होने वाली नियुक्ति को लेकर आयोजित मीटिंग में दोनों नेता मिले। बैठक ख़त्म होने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि आयोग की बैठक में शामिल होने आए थे। वही इससे पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया। तेजस्वी यादव से जब पूछा गया कि आजकल नीतीश कुमार मीडिया से बात नहीं कर रहे हैं तब उन्होंने कहा कि क्या कीजिएगा संगत का असर है। हमारे साथ थे तो जातिगत गणना कराया और आरक्षण बढ़ाया। बीजेपी और आरएसएस के साथ चले गए तो उन्हीं के संगत में आ गए। अब बीजेपी और आरएसएस की तरह आरक्षण खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। अब वो आरक्षण पर चुपचाप हैं। वो क्रिमीलेयर पर नहीं बोलते हैं।
तेजस्वी यादव ने अपनी यात्रा को लेकर बड़ी घोषणा की कहा कि 10 सितंबर से जो यात्रा शुरू होने वाली है। उसमें हम अपने कार्यकर्ता से सिर्फ मिलेंगे और उनसे बातचीत करेंगे। नवंबर और दिसंबर में हम जनता के बीच जाएंगे। जनता से मिलेंगे और पदयात्रा करेंगे। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग आरक्षण विरोधी लोग हैं। ये लोग बड़ी चतुराई से आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। आप देख लीजिए कि किस तरीके से बैकडोर से इन लोगों ने नियुक्ति की कोशिश की थी। आरएसएस बीजेपी के लोग आरक्षण विरोधी लोग हैं और यह लोग पूरी तरीके से आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं।
प्रशांत किशोर के द्वारा व्यक्तिगत हमले किए जाने पर उन्होंने कहा छोड़िए कितना लोग हैं लाइन में लगा हुआ है। हमला करने दीजिए हमला करता है कुछ नहीं होता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा यह कहे जाने पर की भादो में जनता के बीच जा रहे हैं यह शुभ नहीं है। इस पर तेजस्वी ने कहा कि क्या प्रदेश अध्यक्ष पार्टी दिलीप जायसवाल भादो में ऑफिस नहीं जाएंगे। क्या प्रदेश अध्यक्ष भादो में अपने क्षेत्र और जनता के बीच नहीं जाएंगे। पूछिएगा कि क्या भादो में वो पार्टी दफ्तर जाना छोड़ देंगे। इन लोगों को जनता से मतलब नहीं है।
वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी के द्वारा आरक्षण को नौवीं अनुसूची में डाले जाने वाले उसे बयान पर जिसमें उन्होंने कहा कि जो कानूनी नहीं है उसको कैसे डाला जाएगा। इस पर तेजस्वी ने कहा कि 8 महीने से सरकार क्या कर रही थी। अभी तो दो-तीन महीना पहले हाई कोर्ट ने कानून को निरस्त किया है। हम लोगों ने कब का भेजा था। 6 महीने तक क्यों बैठी हुई थी। सरकार आखिर 6-7 महीना तक क्या कर रही थी। डबल इंजन की सरकार को अब जवाब देना होगा। नीतीश कुमार और विजय चौधरी भी आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं।