"राबड़ी देवी ने मुझे सिर पर मारा, बाल खींच-खींच कर मारा, धक्के मार कर घर से बाहर निकाल दिया. ये लोग मुझे मार डालेंगे" लालू परिवार की बहू की कहानी सुनिये

"राबड़ी देवी ने मुझे सिर पर मारा, बाल खींच-खींच कर मारा, धक्के मार कर घर से बाहर निकाल दिया. ये लोग मुझे मार डालेंगे" लालू परिवार की बहू की कहानी सुनिये

PATNA: " तेज प्रताप ने आज सुबह पोस्टर छपवाया, उसमें मेरे साथ साथ मेरे पिता के बारे में भी गलत लिखा था. मैंने कहा-मेरे पिता पर क्यों लिख रहे हो. फिर उसने मुझे धक्का दिया, मुझे जोर जोर से मारा. मेरे मोबाइल में सारा सबूत था लेकिन तेज ने मोबाइल छीन लिया. इस बीच राबड़ी देवी आयी. उन्होंने खुद  मुझे मारा. सिर पर मारा, बाल खींच-खींच कर मारा, मेरे पैर में बहुत चोट लगी है. फिर तेज प्रताप और राबड़ी देवी ने मिलकर मुझे धक्का मार मार कर घर  से बाहर निकाल दिया. सारे बॉडीगार्ड खड़े थे और सबके सामने मेरे साथ ये हो रहा था."

ये कहानी है लालू परिवार की बहू ऐश्वर्या की है. जो लालू-राबड़ी आवास के बाहर बैठी फूट फूट कर रोयी जा रही थी. उनके पैर में चप्पल नहीं था. बाल बिखरे थे और कपड़े अस्त व्यस्त. ऐश्वर्या लोगों को अपनी कहानी सुना रही थी, जो कलेजे को कंपा देने वाला था. भीषण ठंढ़ में खुले आसमान के नीचे ऐश्वर्या राय बैठी है. लालू-राबड़ी आवास का गेट बंद था और कोई अंदर से झांक भी नहीं रहा था. अब उनके ही शब्द आपको हू-बहू बता रहे हैं. देखिये क्या कह रही है एश्वर्या यादव. 

" पिछली बार उन्होंने घर से बाहर निकाल दिया था. मारा नहीं था. इस बार मुझे मार-पीट कर बाहर निकाल दिया है. आप बताइये ना बारिश में घर से बाहर निकाल देते हैं.  मैं बीमार होकर चार दिन तक बेड पर पड़ी रही. कोई डॉक्टर नहीं आता है. किसी डॉक्टर को बुलाती हूं तो ये लोग उसे घर में घुसने नहीं देते हैं. मुझे खाना नहीं देते हैं. बोलते हैं कि जाओ अपने बाप के यहां से पैसे लेकर आओ. बाप से कहो खाना देगा. आज मार-पीट कर घऱ से बाहर निकाल दिया. सोंचिये घर के अंदर ये हाल है, बाहर तो ये मेरी जान ही लेंगे." 


लालू परिवार की बहू खुले आसमान के नीचे जार-जार रोती अपनी कहानी सुना रही थी. " कोर्ट का ऑर्डर है. इसलिए मैं यहां रह रही थी. मुझे लग रहा था कि कोर्ट के ऑर्डर से मैं सुरक्षित रहूंगी लेकिन मेरे साथ और बुरा हो रहा है. ये लोग घर में मुझे मारते हैं, बाहर भी मुझे मार डालेंगे. मेरा क्या होगा. ये लोग लॉ को थोड़े ही समझते हैं. ये अपने आप को लॉ समझते हैं." 

ऐश्वर्या राय की जुबानी उनकी कहानी और सुनिये "सिर्फ झूठ बोलते हैं ये सब. घर में मेरे साथ ये हो रहा है. ये लोग बाहर क्या करेंगे. तेजस्वी यादव दिखावा करते हैं वे बोल नहीं सकते हैं कि मेरे साथ ये सब क्यों हो रहा है. वे रोक नहीं सकते हैं. ये लोग यादव-यादव करते हैं. बताइये हम क्या हैं. मेरे दादा जी ने लालू यादव को बनाया. अब उन्हीं की पोती को पीट करके बाहर फेंक दिया. ये क्या है. जब मेरे साथ ये कर रहे हैं तो बाकी यादव का क्या करेंगे. "

मीडिया की टीम पहुंच चुकी थी. जार-जार रोती ऐश्वर्या राय की कहानी कैमरे में रिकार्ड होने लगी. मीडिया ने पूछा अब क्या करेंगी. ऐश्वर्या बोली-इनसे लड़ना आसान नहीं है. हम अगर जिंदा हैं तो इसलिए क्योंकि मेरी फैमिली पावरफुल है. कोई और होता तो ये लोग मार कर काट कर फेंक दिया होता. फिर भी हम कोर्ट जायेंगे, अपने लिए न्याय मांगेंगे."

ये सब आज देर शाम हो रहा था. लालू-राबड़ी आवास के सामने खुले आसमान के नीचे बैठी ऐश्वर्या को देखने वालों की भीड़ जुट चुकी थी. इसी बीच ऐश्वर्या के पिता और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय वहां पहुंचे. मीडिया ने उनसे सवाल पूछना शुरू कर दिया. बेटी की हालत देखकर बेचैन चंद्रिका राय बोले" मैं बार-बार फोन कर रहा था. लेकिन ऐश्वर्या का फोन कोई उठा नहीं रहा था. मैं परेशान होकर यहां आया हूं तो देख रहा हूं कि बेटी घर के बाहर खड़ी रो रही है. इसका चप्पल एक ओर फेंका हुआ है और ये भीषण ठंढ में खाली पैर बाहर खड़ी है.'

चंद्रिका राय बोले-मैंने पूछताछ की. पता चला कि तेजप्रताप ने मेरे बारे में अश्लील पोस्टर छपवाया है. मेरी बेटी ने कहा कि मेरे पिता के बारे में क्यों पोस्टर छपवाया है. इसके बाद राबडी देवी ने मेरी बेटी को जोर जोर से पीटा. राबड़ी देवी की बॉडीगार्ड ने धक्के मार कर मेरी बेटी को भगाया. चंद्रिका राय बोले-मुझे तो लग रहा है कि एक पिता होने के नाते मेरा तो मन कर रहा है कि कुछ कर लूं. 

ऐश्वर्या के साथ ये पूरा वाकया आज शाम हुआ. आपको बता दें कि ऐश्वर्या यादव ने कोर्ट में घरेलू हिंसा का केस कर रखा है. कोर्ट ने उन्हें लालू-राबड़ी आवास में रहने को कहा है. उन्हें खाना से लेकर सुरक्षा देने का कोर्ट का आदेश है. लेकिन आज उनके साथ जो हुआ वो हमने सुना दिया. इस वाकये के बाद लालू राबड़ी आवास में अंदर और बाहर दोनों तरफ से ताला लगा दिया गया. ना कोई अंदर से बाहर आ रहा था और ना ही किसी को अंदर जाने की इजाजत थी. भीषण ठंढ में कुछ देर खड़े रहने के बाद चंद्रिका राय और उनकी पत्नी अपनी बेटी को लेकर वापस लौट गये. चंद्रिका राय के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक पुलिस में केस करने के साथ साथ कोर्ट में भी गुहार लगायी जायेगी.