लालू-तेजस्वी से मिलने जा रहे नाइट गार्ड को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, रात्रि प्रहरी ने कहा-केके पाठक के आदेश पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

लालू-तेजस्वी से मिलने जा रहे नाइट गार्ड को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, रात्रि प्रहरी ने कहा-केके पाठक के आदेश पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

PATNA: बिहार के विभिन्न जिलों से पटना आए सरकारी स्कूलों में ड्यूटी करने वाले नाइट गार्ड ने अपनी मांगों को लेकर गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन किया। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलकर अपनी समस्या रखने के लिए करीब 4000 की संख्या में नाइट गार्ड राबड़ी आवास के ओर जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका। जब रात्रि प्रहरी राबड़ी आवास की तरफ बढ़ने लगे तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। नाइट गार्ड का कहना था कि उन्हें पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।


वे लोग लालू और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए जा रहे थे लेकिन मुलाकात नहीं हुई जिसके बाद सभी राजद प्रदेश कार्यालय पहुंच गये लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात नहीं हो पाई। इन तमाम रात्रि प्रहरी की मांग है कि इनकी नौकरी स्थायी की जाए। कई लोग डबल ग्रेजुएट हैं। योग्यता के आधार पर परिचारी में समायोजन किया जाए। इनका आरोप है कि समय पर वेतन भी नहीं मिलता है वेतन देने के लिए भी घूस मांगा जाता है। 


नाइट गार्ड ने बताया कि 4 हजार की संख्या में वे लोग गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से कर रहे थे। तभी मजिस्ट्रेट साहब का आदेश आया कि आप लोग यहां से चले जाईए कल केके पाठक जी से आपकों मिलाएंगे। जिसके बाद सभी धरनास्थल से राबड़ी आवास के लिए रवाना हो गये। सभी अपनी समस्या को रखने के लिए लालू-तेजस्वी से मिलने के लिए जा रहे थे। राबड़ी आवास पहुंचे तो तेजप्रताप यादव ने उन्हें देखकर गाड़ी रोक दिया जिसके बाद तेजप्रताप यादव को उन्होंने ज्ञापन सौंपा लेकिन तेजस्वी यादव की नजर उन पर गई थी लेकिन उन्होंने गाड़ी नहीं रोका। 


नाइट गार्ड ने बताया कि पुलिस ने छेककर उनको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। कई लोगों को काफी चोटे आई है। जिसके बाद नाईट गार्ड राजद कार्यालय गुहार लगाने पहुंचे लेकिन प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया। वे अपने आप में मगन थे हमारी शिकायत सुनने को तैयार नहीं हुए। नाईट गार्ड ने बताया कि हम लोग स्कूल में रात्रि प्रहरी है यदि हमलोग सुरक्षा करते हैं तो बिहार की शिक्षा व्यवस्था चल रही है। हम सुरक्षा नहीं देंगे तो सब चौपत हो जाएगा। लोकतंत्र में बोलने और मिलने का अधिकार सभी को है। 5 हजार की नौकरी पर हम कितने दिन काम करेंगे। हमारे पास सुरक्षा किट तक उपलब्ध नहीं है। जान हथेली पर रखकर हमलोग ड्यूटी करते हैं। आज जन्माष्टमी का दिन था और इस तरह का व्यवहार हम लोगों के साथ किया गया जो नहीं करना चाहिए था।