PATNA : भामाशाह की जयंती के मौके पर जनता दल यूनाइटेड में सियासी वर्चस्व की लड़ाई तेज होनी थी लेकिन अब आरसीपी कैंप जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के सामने पीछे हट गया है।
24 अप्रैल को पटना में पार्टी की तरफ से प्रदेश कार्यालय में भामाशाह की जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया है और उसी दिन राजगीर में आरसीपी सिंह के करीबी माने जाने वाले नेताओं ने भामाशाह की जयंती मनाने का कार्यक्रम तय कर रखा था लेकिन अब राजगीर वाले कार्यक्रम को कैंसिल कर दिया गया है।
फिलहाल यह तो साफ नहीं हो पाया है कि आरसीपी कैंप के नेताओं ने राजगीर में भामाशाह जयंती समारोह का कार्यक्रम क्यों रद्द कर दिया लेकिन इतना जरूर है कि एक ही दिन पटना और राजगीर में अलग-अलग आयोजन को लेकर जेडीयू में ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच टकराव की खबरें लगातार सुर्खियां बन रही थी संभव है कि यह जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंची हो और उसके बाद आरसीपीएम के नेताओं ने पीछे हटने का फैसला किया है।
24 अप्रैल को जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में जब जयंती समारोह का आयोजन होगा तो इसमें पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेता शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। राज्य सरकार में शामिल जेडीयू कोटे से मंत्री इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहने की उम्मीद है लेकिन एक संसदीय दल के दौरे को लेकर उनके कार्यक्रम पर थोड़ा संशय बना हुआ है.