PATNA: आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में रविवार को 2 पैसेंजर ट्रेनों के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस रेल हादसे में 14 लोगों की मौत हो गयी जबकि 50 यात्री घायल हो गये। इससे पहले बिहार के बक्सर जिले में 11 अक्टूबर को दिल्ली-कामख्या ‘नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस’ के 22 डिब्बे पटरी से उतर गई थी। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 30 यात्री घायल हुए थे। जबकि 2 जून को बालासोर ट्रेन हादसे में तीन ट्रेनें आपस में टकराई थीं। इस हादसे में 292 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 1,208 यात्री घायल हुए थे। इन हादसों से करोड़ों रुपये का नुकसान रेलवे को उठाना पड़ा है। लगातार हो रहे ट्रेन हादसे को लेकर जेडीयू हमलावर हो गयी है।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि रेलवे में भारी संख्या में पद खाली है लेकिन इसके बावजूद बहाली नहीं की जा रही है। कई दिनों से रेलवे में बहाली ही बंद है। कर्मचारियों की संख्या सीमित है और वर्क लोड काफी बढ़ गया है। कर्मचारियों पर अत्यधिक बोझ पड़ने से इस तरह की घटनाएं हो रही है। ललन सिंह ने आंध्र प्रदेश की घटना का दुख जताया है। अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक्स पर लिखा कि" आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना बेहद दुखद है। इस हादसे में प्राण गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। रेलवे की लापरवाही की वजह से लगातार रेल दुर्घटनाएं हो रही है, सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर अपने प्रचार-प्रसार में व्यस्त हैं। रेलवे में नियुक्तियों पर प्रतिबंध लगाने के फलस्वरूप, भारी संख्या में रिक्तियां हैं। इसके चलते कर्मचारियों पर अत्यधिक बोझ पड़ना इस लापरवाही का एक कारण हो सकता है।"