क्या यही शराबबंदी है? अरवल जैसे छोटे जिले में एक करोड़ की विदेशी शराब बरामद

क्या यही शराबबंदी है? अरवल जैसे छोटे जिले में एक करोड़ की विदेशी शराब बरामद

ARWAL: बिहार में सात साल से पूर्ण शराबबंदी है लेकिन ना तो शराब के धंधेबाज अपनी आदतों से बाज आ रहे हैं और ना ही शराब पीने वाले ही डर रहे हैं। यही कारण है कि आए दिन शराब की खेप पकड़ी जा रही है। इस बार तो अरवल में एक करोड़ रुपये की विदेशी शराब बरामद किया गया है। 778 कार्टून विदेशी शराब के साथ मुख्य सप्लायर को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यही शराबबंदी है? शराबबंदी वाले प्रदेश में शराब की बड़ी खेप मिलने से पुलिस भी हैरान हैं।


गुप्त सूचना के आधार पर अरवल थाने के पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर जांच अभियान चलाया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजीव रंजन के नेतृत्व में सदर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार और पुलिस की टीम ने वाहन जांच अभियान के दौरान एक स्कॉर्पियो रुकवाया और उसकी जांच करनी चाही तो स्कार्पियो चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे पटना के रनिया तालाब थाना पुलिस की मदद से धड़ दबोचा। पुलिस ने जब स्कॉर्पियो में बैठे 3 लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि एक ट्रक पर शराब लदी हुई है जिसे पटना ले जाया जा रहा था। गिरफ्तार तस्करों की निशानदेही पर शराब लदे ट्रक को पकड़ा गया। ट्रक सदर थाना क्षेत्र के कोरियम के पास लगी हुई थी पुलिस को देखते ही ट्रक चालक गाड़ी छोड़कर भाग निकला।


इस दौरान ट्रक चालक का मोबाइल फोन ट्रक में ही छूट गया। जिसके आधार पर पुलिस ने अनुसंधान की तो ट्रक के आगे आगे स्कोर्पियो से शराब माफिया चालक से व्हाट्सएप से बात करते थे और चालक को लोकेशन बता रहे थे। गिरफ्तार शराब माफियाओं से पूछताछ के बाद पुलिस ने ट्रक चालक को भी अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कासिम ने बताया कि शराब पंजाब से पटना ले जाई जा रही थी। इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मुख्य सरगना समेत 4 लोग शामिल हैं। 


पुलिस ने ट्रक को जब्त कर थाने लेकर पहुंची जिसमें से 778 कार्टून विदेशी शराब बरामद किया गया। बरामद शराब की कीमत एक करोड़ से अधिक आंकी जा रही है।  गिरफ्तार शराब माफिया राजेश कुमार गुप्ता 2018  से शराब कारोबार कर रहा है। इसके खिलाफ अलग-अलग जिलों में शराब अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज है। बिहार के अलग-अलग जिलों में वह शराब की सप्लाई किया करता था। 


मुख्य सप्लायर के साथ मनोज कुमार सिंह, बोसू कुमार चालक कैलाश बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी लोग औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। इनके पास से कोई एंड्रॉयड फोन और कोई कागजात बरामद किया गया हैं। जिससे शराब माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करने में पुलिस को मदद मिलेगी। एसपी ने बताया कि डीआईओ प्रभारी सिंटू कुमार और संजीव कुमार राय के द्वारा विशेष छापेमारी कर चालक को गिरफ्तार किया गया है इस उपलब्धि में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।