क्या यही है पूर्ण शराबबंदी? सेप्टिक टैंक से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद, कारोबारी फरार

क्या यही है पूर्ण शराबबंदी? सेप्टिक टैंक से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद, कारोबारी फरार

SAHARSA: बिहार में छह साल से पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद शराब तस्कर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शराब की तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। और आए दिन पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। कभी एम्बुलेंस में रखे ताबूत से शराब मिल रहा है तो कभी ट्रक में बने तहखाना से शराब की खेप बरामद हो रही है। इस बार तो शराब माफिया ने शराब तस्करी का गजब तरीका अपनाया। 


हम बात बिहार के सहरसा जिले की कर रहे हैं जहां शराब तस्करों ने पुलिस की आंख में धूल झोकने की कोशिश की। शराब माफिया ने  तस्करी का एक बार फिर नया तरीका इजाद किया। इस बार सेप्टिक टैंक को शराब रखने का नया ठिकाना बनाया। जहां से शराब का कारोबार किया जा रहा था। लेकिन इस बात की गुप्त सूचना पुलिस को किसी ने दे दी। 


जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर सेप्टिक टैंक से  भारी मात्रा में विदेशी शराब की बोतलें बरामद की। उत्पाद विभाग की टीम ने शहर के बंफर चौक स्थित एक मकान के सेप्टिक टैंक से शराब बरामद किया। बरामद शराब की कीमत करीब पांच लाख रुपये बतायी जा रही है। हालांकि छापेमारी के दौरान शराब कारोबारी मौके से फरार हो गया। उत्पाद विभाग की कार्रवाई से ईलाके में हड़कंप मचा हुआ है।


वही आरा में शराब की कई बोतल और 4 लाख 50 हज़ार रुपये के साथ 4 नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। वाहन जांच के दौरान भागने के क्रम में आरा पुलिस ने चारों को गिरफ्तार किया। विदेशी नागरिक होने के कारण भोजपुर पुलिस अधीक्षक ने स्पेशल ब्रांच और इनकम टैक्स विभाग को इसकी सूचना दी। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।  


जबकि अरवल जिले में जब्त शराब को मेहंदिया और कलेर थाना परिसर में 1842 लीटर विदेशी एवं देसी शराब नष्ट किया गया| इस मौके पर उत्पाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि अरवल थाना, करपी, वंशी , रामपुर चौरम,  मेहंदिया थाना एवं जिले के सभी थाना द्वारा पकड़ी गई  291 लीटर  देशी शराब  एवं  कलेर  थाना द्वारा पकड़ी गई 1551 लीटर विदेशी शराब को नष्ट किया गया है|  इस दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजीव रंजन  एवं नोडल पदाधिकारी के रूप में  अंचलाधिकारी रूबी कुमारी  के देखरेख में शराब नष्ट किया गया| इस मौके पर शराब की बोतल को हथौड़े से तोड़कर नष्ट किया गया है वही देसी शराब को गड्ढे में डालकर नष्ट किया गया। कुल 1842 लीटर विदेशी एवं देसी शराब को नष्ट किया गया है| वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार शराब को नष्ट किया गया।